
जयपुर, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के निर्देशानुसार सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में छह दिसंबर 2025 तक एकता मार्च अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना और सरदार पटेल के दृष्टिकोण को श्रद्धांजलि देना है।
शासन सचिव युवा मामले एवं खेल विभाग तथा अध्यक्ष-राजस्थान युवा बोर्ड डॉ. नीरज के पवन ने इस अभियान की दृष्टि,कार्यक्रम की रूपरेखा और जनभागीदारी के अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सरदार@150 यूनिटी मार्च अभियान सरदार पटेल की जयंती को समर्पित है और पूरे राज्य में आयोजित किया जाएगा। सबसे पहले जिला स्तर पर पदयात्रा का आयोजन 31 अक्टूबर से 15 नवम्बर 2025 तक होगा तथा राष्ट्रीय स्तर पर पदयात्रा 26 नवम्बर से 06 दिसम्बर 2025 तक होगी, जो सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म स्थली करमसाद से एकता नगर (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) तक जाएगी। 152 किलोमीटर की पदयात्रा में प्रदेश के सभी जिलों से दो-दो प्रतिनिधि जायेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा एकता मार्च अभियान के रूप में शुरू की गई पहल विकसित और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को प्रतिनिधित्व करती है। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार माय भारत पोर्टल पर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जो युवाओं को देशभक्ति की भावनाओं और एकता के संदेशों को व्यक्त करने के लिए के लिए एक रचनात्मक मंच प्रदान करेगा।
डा. नीरज के. पवन ने बताया कि इस दौरान निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जिसमें चार विषयों विविधता में एकता भारत की एकता को बनाए रखने में युवाओं की भूमिका, सरदार वल्लभ भाई पटेल से सीखने वाले पाठ एक विकसित भारत के लिए व्यावहारिक नेतृत्व, भारत के भविष्य को आकार देने हेतु एक सामूहिक युवा कारेवाई तथा सरदार पटेल के जीवन मूल्य जीने का एक तरीका में से एक विषय पर 250 शब्द में लिखना है। 15 वर्ष से 29 वर्ष के मध्य के युवा भाग ले सकते है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा पॉडकास्ट, प्रश्नोत्तरी एवं राष्ट्रीय रील प्रतियोगिता भी होगी। सभी पंजीकरण और गतिविधियां माय भारत पोर्टल पर हो रही है। सभी युवाओं से आग्रह है कि वे ऐतिहासिक पहल में जुड़े और सक्रिय भागीदारी करे। इस अवसर पर राजस्थान युवा बोर्ड के सचिव कैलाश पहाड़िया और माई भारत के निदेशक कृष्ण कुमार के अलावा एनएसएस के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran)
