Uttar Pradesh

वाराणसी : चेतावनी बिंदू के करीब जाकर गंगा की लहरें हुई शांत,जलस्तर में घटाव शुरू

गंगा में बाढ़ का नजारा

-जलस्तर फिर बढ़ने की आशंका, बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई

वाराणसी, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदू 70.262 मीटर के करीब 70.14 मीटर पर जाकर ​शांत होने के बाद घटने लगी है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार सोमवार रात आठ बजे वाराणसी में गंगा का जलस्तर 69.72 मीटर दर्ज किया गया। लगभग दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से जलस्तर में घटाव का क्रम बना हुआ है। गंगा के जलस्तर में घटाव के बावजूद गंगा और वरूणा नदी के तटवर्ती क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। तटवर्ती क्षेत्र में जनजीवन ठहर सा गया है। मणिकर्णिका घाट की गलियों में नौका चल रही है।

अंतिम संस्कार के लिए ज्यादा शव नाव से घाट के उपरी प्लेटफार्म पर अन्तिम संस्कार के लिए पहुंचाए जा रहे हैं। वरूणा नदी के जलस्तर में उफान से शहरी क्षेत्र के सलारपुर, सरैयां, नक्खीघाट, ढेलवरिया, दनियालपुर, हुकुलगंज और बड़ी बाजार की आबादी क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और जल पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद हैं और प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य जारी है।

तटवर्ती क्षेत्र प्रभावित, राहत शिविरों में सैकड़ों लोग पहुंचे

गंगा में आए बाढ़ से तहसील सदर का पांच गांव सर्वाधिक प्रभावित है। इनमें रामपुर ढ़ाब, मोकलपुर, मुस्तफाबाद,गोबरहा और पिपरी है। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण, वाराणसी के अनुसार शहर के वरुणा नदी के किनारे बसे मोहल्ले में सलारपुर, सरैया, नक्खीघाट, ढेलवरिया, दनियालपुर, हूकुलगंज, बड़ी बज़ार और कोनिया सर्वाधिक बाढ़ से प्रभावित है। इस समय बाढ़ राहत शिविर में 906 लोग और अन्य सुरक्षित स्थान पर 837 परिवार रह रहे हैं। कुल 1743 परिवार विस्थापित बताए गए। गंगा में आए बाढ़ से कुल 143 कृषक और प्रभावित कृषि क्षेत्रफल 11.337 है। जिले में सदर तहसील में 37, पिंडरा 03, राजातालाब 06 कुल 46 राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें क्रियाशील बाढ़ राहत शिविर 14 है। इनमें प्राथमिक विद्यालय, सलारपुर, प्राथमिक विद्यालय सरैया, मदरसा बटलोहिया, चित्रकूट कान्वेंट स्कूल, नक्खीघाट, नवोदय विद्यालय, दनियालपुर, राम जानकी मंदिर ढ़ेलवरिया, नवयुग विद्या मंदिर, ढेलवरिया, दिप्ती कान्वेन्ट स्कूल हूकुलगंज, तुलसी निकेतन, हुकुलगंज, सरस्वती विद्या मंदिर, हुकुलगंज, प्राथमिक विद्यालय, ढेलवरिया, सिटी गर्ल्स स्कूल, बड़ी बज़ार, सुभाष इंटर कॉलेज, कोनिया, प्राथमिक विद्यालय, रामपुर ढाब है।

घाटों पर अंतिम संस्कार में परेशानी, गंगा आरती गलियों में

गंगा के बढ़ते जलस्तर से मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार में परेशानी हो रही हैं। मणिकर्णिका घाट की गलियों में पानी भरने से शवों को नाव से ऊपरी प्लेटफॉर्म तक पहुंचाया जा रहा है। हरिश्चंद्र घाट की गलियों में ही शवदाह किया जा रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार की सीढ़ियों तक भी पानी पहुंच गया है, जहां अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई है। दशाश्वमेध घाट स्थित जल पुलिस कार्यालय पहले ही डूब चुका है। अस्सी घाट की सीढ़ियों को पार करते हुए गंगा का पानी अब गलियों तक पहुंच चुका है, जहां नियमित सायंकालीन गंगा आरती का आयोजन अब गलियों में ही किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से गंगा में आए बाढ़ की लगातार निगरानी की जा रही है और जलस्तर पर नजर रखते हुए सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। जल पुलिस, एनडीआरएफ, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम सतर्क है।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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