
—जैसे-जैसे रात होने लगी पंडालों और सड़कों पर लोगों की भीड़ बढ़ी, बंग पंडालों में ढाक और धुनुची नृत्य से मां की आराधना
वाराणसी,01 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी काशी (वाराणसी) में शारदीय नवरात्र की महानवमी तिथि पर बुधवार को शाम ढलते ही दुर्गा पूजा पंडालों में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। पूजा पंडालों की ओर श्रद्धालु उमड़े तो शहर की प्रमुख सड़के गलियां जाम हो गई। जैसे-जैसे रात होने लगी पंडालों में और उस ओर जाने वाली सड़कों पर लोगों की भीड़ बढ़ती गई। लोग पूरी रात जगकर पैदल ही परिजनों और बच्चों के साथ पंडालों में मां दुर्गा के भव्य मूर्तियों के साथ आकर्षक विद्वयुत सजावट को देखेंगे। शाम से ही शहर के प्रमुख पूजा पंडाल हथुआ मार्केट, सनातन धर्म इंटर कालेज, बाबा मच्छोदरनाथ, जैतपुरा बागेश्वरी देवी में सजे पंडाल और मां दुर्गा के नयनाभिराम प्रतिमा को देखने के लिए पहुंचते रहे। लक्सा, जंगमबाड़ी, सोनारपुरा, भेलूपुरा, शिवाला, गोदौलिया, मैदागिन, चौक, बीएचयू, चेतगंज, नई सड़क, अर्दली बाजार, नदेसर, शिवपुर, चांदपुर, मंडुवाडीह, लहरतारा में स्थित दुर्गा पूजा पंडालों में श्रद्धालु का रेला दिखा। सोनारपुरा,बंगाली टोला,पांडेयहवेली में स्थित बंगीय पंडालों की रौनक तो अलग ही नजर आ रही थी। धुनुची नृत्य और ढाक की थाप पर आयोजित सांस्कृतिक आयोजन में कलाकारों के साथ समाज के लोग थिरकते दिखे। भारत सेवा आश्रम संघ सिगरा और रामकृष्ण मिशन लक्सा में हवन देखने के लिए बड़ी संख्या में बंगीय समुदाय के लोग पहुंचे। तीन दिवसीय दुर्गा पूजनोत्सव के आखिरी दिन पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी हो गई कि नियंत्रित करने के लिए पुलिस और पूजा समितियों के सदस्यों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। तीन दिवसीय पर्व में काशी की हर गली को झालरों से सजाया गया था, जिसे देखने के लिए लोग देर रात तक सड़कों में घूमते दिखे। महापर्व पर पूजा पंडालों और सड़कों पर भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए है। प्रसिद्ध पंडालों के पहले ही वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। इस बार लहुराबीर स्थित हथुआ मार्केट के पूजा पंडाल को कर्नाटक के मुरुदेश्वर मंदिर के तर्ज पर बनाया गया है। यहां प्रदेश का सबसे ऊंचा पूजा पंडाल बनाया गया है, जिसकी ऊंचाई 110 फीट है। नई सड़क स्थित सनातन धर्म इंटर कॉलेज का पंडाल खाटू श्याम मंदिर की तरह बना है। यहां लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से मां महिषासुरमर्दिनी का रूप दर्शाया गया है। शिवपुर के मिनी स्टेडियम में पुरी के जगन्नाथ मंदिर की झांकी सजाई गई है। अर्दली बाजार में नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर की तर्ज पर पंडाल बना है। भेलूपुरा, पांडेय हवेली और जंगमबाड़ी के पंडालों की जीवंत मूर्तियां लोगों को पंडाल तक आने के लिए मजबूर कर रही हैं। मच्छोदरानाथ पूजा पंडाल को उड़ीसा के किचकेश्वरी काली मंदिर की थीम पर सजाया गया है। जय माता सपोर्टिंग क्लब, अर्दली बाजार में ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर पंडाल सजाया गया है, जिसमें मां काली को आतंकवादियों का वध करते हुए दिखाया गया है। इलेक्ट्रॉनिक शो के माध्यम से आतंकवादी मसूद अजहर के वध की झांकी लोगों को भा रही है। वरुणापार के अर्दली बाजार, गिलटबाजार, शिवपुर के पूजा पंडालों में भी भारी भीड़ उमड़ रही है। पूजा पंडाल में रंग बिरंगे प्रकाश के साथ लाउड स्पीकर से भजन,देवी गीत गूंज रहे है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
