नई दिल्ली, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) भारत की चीन के साथ तीन सीमा बिन्दुओं पर व्यापार शुरू करने की तैयारी चल रही है और जल्द ही दाेनाें देश इस बारे में महत्वपूर्ण घोषणा होने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज यहां नियमित ब्रीफिंग में अगले सप्ताह चीन के विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उनसे पूछा गया था कि क्या श्री वांग यी की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सीमा मसले और सीमापार व्यापार को लेकर कोई महत्वपूर्ण बात होने वाली है, श्री जायसवाल ने कहा कि हम चीनी पक्ष के साथ सीमा से होने वाले व्यापार को फिर से शुरू किए जाने को लेकर काम कर रहे हैं। कुछ प्रगति होने पर आगे जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बातचीत उत्तराखंड के लिपुलेख, हिमाचल प्रदेश के शिपकी-ला और सिक्किम के नाथु-ला पास से व्यापार को लेकर चल रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस माह के आखिर में चीन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन की शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तिएनजिन जाने की संभावना है और इसी बीच दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी शुरू होने की संभावना है। इस संबंध में एयरलाइनों को आवश्यक दिशानिर्देश दिये जा चुके हैं।
ब्रीफिंग में ब्रिटेन से भारत में वांछित अपराधियों एवं अप्रवासन की वैधता समाप्त होने के बाद भारत में प्रत्यर्पण आसान बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रहे ब्रिटिश निष्कासन सूची में भारत का नाम आने के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देश वैध प्रवासन को बढ़ावा देने और अवैध प्रवासन पर शिकंजा कसने के लिए कदम उठा रहे हैं। इसी संबंध में भारत और ब्रिटेन ने उत्प्रवासन साझीदारी करारनामे पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत इस बात पर सहमति बनी है कि एक दूसरे के नागरिकों के एक दूसरे के देश में रहने के अधिकार समाप्त हो जाने पर उन्हें संबंधित देशों में प्रत्यर्पित किया जाएगा। यह केवल राष्ट्रीयता की पहचान के बाद ही किया जाएगा। वर्तमान उपाय उन्हें निर्वासन के बाद भी अपने निष्कासन के विरुद्ध अपील करने का अधिकार प्रदान करता है।
अमेरिका की टैरिफ नीतियों पर ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा के ब्रिक्स देशों की ऑनलाइन बैठक बुलाने के बारे में प्रतिक्रिया पूछे जाने पर श्री जायसवाल ने कहा कि भारत ब्रिक्स समूह का सदस्य है। हम साझा हितों के मुद्दों पर सदस्य देशों के साथ संपर्क में बने रहते हैं। इस दौरान जायसवाल ने मीडिया के कई सवालों के जवाब दिए।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा
