वॉशिंगटन, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । अमेरिकी सेना ने मंगलवार देर रात प्रशांत महासागर के दक्षिण अमेरिकी तट के पास एक संदिग्ध ड्रग तस्करी पोत पर हवाई हमला किया। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि यह हमला अमेरिका की नई मादक पदार्थ विरोधी कार्रवाई के तहत किया गया है।
अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि जब यह हमला किया गया, उस समय पोत पर कई लोग मौजूद थे, जिन्हें तस्कर होने का संदेह है। फिलहाल, अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस अभियान के संबंध में विस्तृत जानकारी जारी नहीं की है।
यह हमला हालिया महीनों में कैरेबियाई क्षेत्र में सात हवाई हमलों के बाद अमेरिकी सेना की प्रशांत क्षेत्र में पहली सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है। इन हमलों से अमेरिका और वेनेज़ुएला तथा कोलंबिया के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार्रवाई उस समय हुई है जब अमेरिका ने कैरेबियाई सागर में अपनी सैन्य उपस्थिति को काफी बढ़ाया है। इस तैनाती में गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर, एफ-35 लड़ाकू विमान, एक परमाणु पनडुब्बी और करीब 6,500 सैनिक शामिल हैं।
वहीं, कानूनी विशेषज्ञों ने इस अभियान पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि समुद्री कानून लागू करने की जिम्मेदारी यूएस कोस्ट गार्ड की होती है, न कि सेना की। विशेषज्ञों का मानना है कि तस्करी को रोकने के लिए घातक हमले से पहले अन्य उपायों का सहारा लिया जाना चाहिए था।
अमेरिकी रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह नया अभियान मादक पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला को बाधित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है, जिसमें कई देशों की खुफिया एजेंसियां सहयोग कर रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय