कोलकाता, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । राजपुर-सोनारपुर नगरपालिका के 25 नंबर वार्ड में सोमवार को ‘आमादेर पाड़ा, आमादेर समाधान’ शिविर में जमकर हंगामा हुआ। सोमवार को कई महिलाओं ने नगर पालिका शिविर में पार्षद पर आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि घटना के बाद पार्षद सोनाली रॉय ने कहा, ‘यह सब पहले से तय था। आरोप थे तो पार्टी को बताया जा सकता था। किसी को भी यहां आकर शिविर में तोड़फोड़ करने का अधिकार नहीं है।’
स्थानीय पार्षद सोनाली रॉय सोमवार को शिविर में मौजूद थीं। उन्हें देखकर कई महिलाओं ने अचानक शोर मचाना शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि सोनाली रॉय दो बार की पार्षद हैं, लेकिन उन्होंने इलाके के लिए कुछ नहीं किया। जनप्रतिनिधि महंगी कारों, साड़ियों और गहनों से खुद को सजाने में व्यस्त हैं। जनता के वोट से जीतने के बावजूद, वह लोगों के लिए काम नहीं करतीं। इसीलिए इस वार्ड के लोगों ने उनका बहिष्कार किया।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि पार्षद ने कई लोगों को झूठे मामलों में फंसाया है। मंसूरा गाज़ी नाम की एक महिला के शब्दों में, ”आठ साल से उन्होंने कोई सेवा नहीं दी, कोई काम नहीं किया। सड़कों की हालत देखकर ही पता चल जाएगा। अब पैसे की बू आने पर वे काम दिखाने आई हैं। वार्ड नंबर 25 के सभी लोगों ने उनका बहिष्कार कर दिया है। अगर वे शिविर में रुकीं तो हम वहां नहीं रुकेंगे।”
पार्षद सोनाली रॉय के शब्दों में, हमले की धमकी के कारण मैं पिछले कैंप में नहीं जा सकी थी जबकि वह कैंप मेरे बूथ पर लगा था। यह मुख्यमंत्री का प्रोजेक्ट है। यहां मेरा जन्मदिन नहीं मनाया जा रहा है। जिन लोगों को मुख्यमंत्री पर भरोसा है, वे इस कैंप को कभी नाकाम नहीं होने देंगे। डर का ऐसा माहौल बना दिया गया है कि इलाके के लोग मुझे फ़ोन पर बता रहे हैं कि उनकी इस कैंप में आने की हिम्मत नहीं हो रही है।”
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
