
नई दिल्ली, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की इंटर-स्टेट सेल ने लाल किले स्थित 15 अगस्त पार्क में 3 सितंबर को जैन समाज पूजा पंडाल में हुई बड़ी चोरी के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने चोरी करने वाले व्यक्ति और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोरी की गई तीन वस्तुओं में से एक को बरामद किया है। अन्य दो को पिगला दिया गया था जिससे निकला सोना भी जप्त किया गया है। पुलिस ने चोर से 10,400 रुपये नकद बरामद किए हैं। चोरी की गई सामग्री की कुल कीमत 90 लाख आंकी गई है।
पुलिस ने मामले में तीन आरोपितों भूषण वर्मा, गौरव वर्मा और अंकित पाटिल को गिरफ्तार किया है। जैन समाज के आयोजन से मुख्य आरोपित भूषण वर्मा ने झारी (जल कलश), जग, बरियल(रत्न) चोरी किया था। उसने गौरव वर्मा के साथ मिलकर चोरी किए सामान को आगे बेचा। वहीं अंकित पाटिल ने सोने को पिघलाने और अंतिम खरीददार तक पहुंचाने का काम किया।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी पंकज कुमार सिंह ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि तीन सितंबर को पूजा पंडाल से चोरी हुई थी। मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। स्थानीय पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को मामले की जांच में लगाया गया। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और गुप्त सूचना के आधार पर मुख्य आरोपित हापुड़ निवासी भूषण वर्मा (50) को 7 और 8 सितंबर की दरमियानी रात उसके घर से दबोच लिया। उसके पास से चोरी की गयी झारी बरामद की। इसके बाद पुलिस ने आगे छापेमारी कर उसके दो साथियों गौरव और अंकित पाटिल को दबोचा।
पूछताछ में आरोपित ने कबूला कि उसने पुजारी का वेश धारण कर भीड़ में घुलमिल कर चोरी की। इसके लिए उसने आयोजन स्थल पर 2–3 दिन तक रैकी की। डीसीपी के अनुसार अभी तक की जांच में पता चला है कि भूषण वर्मा का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। वह 2016 में बीएलके अस्पताल में चोरी के मामले में पकड़ा गया था।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
