
प्योंगयांग (उत्तर कोरिया), 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन की प्रभावशाली बहन किम यो-जोंग ने बुधवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग के सुलह प्रस्ताव की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सियोल, प्योंगयांग का राजनयिक समकक्ष नहीं है। किम यो-जोंग उत्तर कोरियाई सत्तारूढ़ पार्टी की केंद्रीय समिति की उप निदेशक हैं।
द कोरिया टाइम्स अखबार की खबर में उत्तर कोरिया की कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के हवाले से कहा गया है कि किम यो-जोंग ने यह टिप्पणी गत दिवस विदेश मंत्रालय के महानिदेशकों के साथ एक बैठक में की। किम ने दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच चल रहे सैन्य अभ्यासों की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ली इतिहास की दिशा बदलने के काबिल नहीं हैं।
किम यो-जोंग ने कहा, हमारे देश को केंद्र में रखकर चल रहे क्षेत्रीय कूटनीतिक मंच में दक्षिण कोरिया को छोटी सी भी भूमिका नहीं दी जाएगी। कोरिया गणराज्य हमारा राजनयिक समकक्ष नहीं हो सकता। किम की यह टिप्पणी लंबे समय से खराब अंतर-कोरियाई संबंधों को सुधारने के लिए सियोल की की गई पहल के बाद आई है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने पिछले हफ्ते अपने मुक्ति दिवस भाषण में कहा था कि वह उत्तर कोरिया की राजनीतिक व्यवस्था का सम्मान करेंगे और विलय के जरिए एकीकरण की कोशिश नहीं करेंगे। उन्होंने तनाव कम करने के लिए 2018 से निलंबित अंतर-कोरियाई सैन्य समझौते को बहाल करने के लिए कदम उठाने का भी वादा किया था।
किम ने कहा कि ली प्रशासन ने अंतर-कोरियाई संबंधों में सुधार लाने के उद्देश्य से ईमानदार प्रयास किए हैं, लेकिन चाहे कितनी भी कोशिश कर ली जाए, उनका असली टकराव का इरादा छुपाया नहीं जा सकता। उन्होंने सोमवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली की कैबिनेट बैठक में की गई टिप्पणी को मूर्खतापूर्ण सपना कहकर खारिज कर दिया।
उत्तर कोरिया के नेता की बहन किम ने कहा, नवीनतम संयुक्त सैन्य अभ्यास सुलह के बहाने आयोजित किया गया है। इसका मकसद हमारी परमाणु और मिसाइल क्षमताओं को कमजोर करना है। उन्होंने दक्षिण कोरिया के रक्षामंत्री आह्न ग्यू-बैक और दक्षिण कोरिया विदेश मंत्री चो ह्युन की भी निंदा की। इसके अलावा दक्षिण कोरिया के समन्वय मंत्री चुंग डोंग-यंग के राष्ट्रीय असेंबली में प्रस्तुत प्रमुख नीतिगत कार्यों की आलोचना की।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
