


– एमपी-महाराष्ट्र की संयुक्त टीम ने की संयुक्त कार्रवाई, भारी मात्रा में निर्माण सामग्री और अधबने कट्टे-पिस्टल बरामद
बड़वानी, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले की सेंधवा तहसील अंतर्गत वरला थाना क्षेत्र के उमर्टी गांव में शनिवार सुबह दो राज्यों की पुलिस ने अवैध हथियार बनाने वाली एक बड़ी फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त टीम ने सुबह 4 बजे दबिश देकर उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस को मौके से हथियार निर्माण में उपयोग होने वाली भारी मात्रा में सामग्री, मशीनें, औजार और उपकरण बरामद हुए। कई अधबने कट्टे और पिस्टल भी मिले हैं। कार्रवाई में 10 आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है।
एसडीओपी अजय वाघमारे ने बताया कि महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने हाल ही में कुछ आरोपितों को अवैध हथियारों के साथ पकड़ा था। पूछताछ में पता चला कि ये हथियार उमर्टी गांव से खरीदे गए थे। इसी इनपुट के आधार पर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश पुलिस ने संयुक्त रूप से यह बड़ी कार्रवाई की। इस संयुक्त ऑपरेशन को मध्य प्रदेश के बड़वानी एसपी जगदीश डावर और महाराष्ट्र के पुणे डीसीपी ज़ोन-4 डॉ. सोमय मुंडे ने लीड किया। दोनों राज्यों की कई विशेष टीमें इस पूरे अभियान में सक्रिय रहीं। इस दौरान 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें तीन आरोपी वरला पुलिस ने और सात आरोपी महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। इसमें वरला पुलिस की कार्रवाई में सतवंत सिंह, अवतार सिंह, नूरबिन सिंह सभी निवासी उमर्टी हैं। वहीं, महाराष्ट्र पुलिस ने राजपाल सिंह, नानक, गुरुचरण सिंह, बच्चन सिंह, जशवीर सिंग, प्रवीण टकराना, आलोक सिंह सभी निवासी उमर्टी थाना वरला को गिरफ्तार किया है।
वहीं बड़वानी के पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर ने बताया कि पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि सेंधवा क्षेत्र में अवैध हथियार सप्लाई किए जा हो रहे हैं। जिसके बाद टीम ने कई दिनों तक क्षेत्र में गुप्त निगरानी की। पुख्ता इनपुट मिलने के बाद शनिवार सुबह संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया। अभियान में दोनों राज्यों के 250 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल रहे। पुणे पुलिस, मध्य प्रदेश एटीएस, बड़वानी, खरगोन और खंडवा पुलिस की टीमें इस कार्रवाई में मौजूद थीं। पुलिस को मौके से भारी मात्रा में अवैध हथियार बनाने का सामान मिला है। जब्त सामग्री से लगभग 500 से अधिक अवैध हथियार तैयार किए जा सकते थे। यह फैक्टरी जंगल और पहाड़ी क्षेत्र की आड़ में लंबे समय से संचालित हो रही थी। उन्होंने इसे अवैध हथियार तस्करों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया। बरामद हथियारों और उपकरणों की जांच फोरेंसिक टीम करेगी। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि हथियार किन जिलों और राज्यों में सप्लाई किए जा रहे थे।
घर-घर तलाशी, गुप्त ठिकानों पर भी छापेएसडीओपी अजय वाघमारे ने बताया कि उमर्टी गांव में सिकलीगर समाज के लोग रहते हैं और कई सालों से यह चोरी छिपे अवैध हथियार बनाने और बेचने का काम करते हैं। सूचना के बाद पुलिस ने पहले भी कई बार छापेमारी की है, लेकिन बड़े तस्कर पुलिस के हाथ नहीं लगे। इस बार व्यापक अभियान चलाया गया। इसमें कई थाना क्षेत्रों की पुलिस की टीमों को बुलाया गया। इसमें वरला थाना पुलिस, बड़वानी जिला पुलिस, सेंधवा, खरगोन और खंडवा जिले की टीमें, मध्य प्रदेश एटीएस सभी को एक साथ शामिल किया गया। सुबह 5 बजते ही इन टीमों ने गांव की घेराबंदी कर ली और घर-घर तलाशी अभियान चलाया, साथ ही तस्करों के कई गोपनीय ठिकानों पर छापेमारी की गई है।
पुलिस का मानना है कि यह नेटवर्क कई जिलों में फैला हो सकता है और इसके पीछे एक संगठित गिरोह सक्रिय है। टीम अब जब्त मोबाइल फोन, दस्तावेजों और कॉल डिटेल्स के आधार पर पूरे नेटवर्क की कड़ियां तलाश रही है। यह संयुक्त ऑपरेशन एक दिन के लिए नहीं बल्कि आगे भी चलता रहेगा। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है।
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(Udaipur Kiran) तोमर