
भोपाल, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने अपनी बहुप्रतीक्षित टीम का ऐलान कर दिया है। गुरुवार को पार्टी के केंद्रीय मुख्यालय से जारी सूची में संगठन की नई कार्यकारिणी के नामों पर से पर्दा उठ गया। खंडेलवाल ने अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के महज तीन महीने 21 दिन में अपनी टीम गठित कर दी, जो अनुभव और नए जोश का संतुलित मिश्रण मानी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश की नई कार्यकारिणी की घोषणा के साथ ही संगठन में नई ऊर्जा का संचार हो गया है। प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की इस नई टीम में नौ उपाध्यक्ष, चार महामंत्री और नौ मंत्री शामिल किए गए हैं। खंडेलवाल ने संगठनात्मक संतुलन को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठता, अनुभव और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व का विशेष ख्याल रखा है। इस टीम में लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी, गौरव रणदिवे और राहुल कोठारी को प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि मौजूदा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल को दोबारा यह दायित्व मिला है। रीवा संभाग के संगठन मंत्री रहे श्याम महाजन को प्रदेश कार्यालय मंत्री और अखिलेश जैन को पुनः कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
नई टीम में कई चेहरे प्रमोशन पाकर आगे बढ़े हैं। वीडी शर्मा की टीम में महामंत्री रहे रणबीर सिंह रावत अब प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए हैं, जबकि प्रदेश मंत्री के रूप में कार्य कर रहीं विधायक मनीषा सिंह का प्रमोशन कर उन्हें भी उपाध्यक्ष बनाया गया है। संगठन के अनुभवी चेहरों में प्रभुलाल जाटव, ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी, और संभागीय संगठन मंत्री रहे शैलेंद्र बरुआ को भी उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ ही कांत देव सिंह और युवा कल्याण आयोग के पूर्व अध्यक्ष निशांत खरे एवं सुरेंद्र शर्मा भी उपाध्यक्ष बनाए गए हैं।
प्रदेश संगठन की महिला भागीदारी पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। नई कार्यकारिणी में सात महिलाओं को स्थान दिया गया है, जिनमें मनीषा सिंह, लता वानखेड़े, संगिता सोनी, अर्चना सिंह, राजो मालवीय और बबीता परमार शामिल हैं। इसके अलावा रजनीश अग्रवाल, लोकेंद्र पाराशर, जयदीप पटेल, क्षितिज भट्ट और अन्य नेताओं को प्रदेश मंत्री के रूप में जगह दी गई है।
जानकारी में आया है कि प्रदेशाध्यक्ष खंडेलवाल ने कुछ पद जानबूझकर रिक्त रखे हैं ताकि भविष्य में संगठनात्मक आवश्यकताओं और क्षेत्रीय संतुलन के अनुसार नए चेहरों को भी अवसर मिल सके। दिलचस्प बात यह है कि पिछली कार्यकारिणी में 14 उपाध्यक्ष, 14 मंत्री और 5 महामंत्री थे, जबकि इस बार टीम का आकार कुछ छोटा रखा गया है। नई कार्यकारिणी में 13 पुराने पदाधिकारी फिर से शामिल किए गए हैं और 16 नए चेहरों को मौका दिया गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि खंडेलवाल ने अपनी टीम बनाते हुए संगठन के भीतर के समीकरणों को बखूबी साधा है। उन्होंने उन चेहरों को महत्व दिया है जो प्रदेशभर में सक्रिय रहे हैं और कार्यकर्ताओं के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं। साथ ही यह टीम आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा की संगठनात्मक तैयारी को भी मजबूती देगी।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. मयंक चतुर्वेदी