
कानपुर, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । इस डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से उत्तर प्रदेश रक्षा उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा, जिससे स्थानीय उद्यमों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। तकनीकी विशेषज्ञता का विस्तार होगा। आने वाले वर्षों में यह परियोजना न केवल राज्य की आर्थिक वृद्धि को गति देगी, बल्कि मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल जैसे अभियानों को भी सशक्त आधार प्रदान करेगी। यह बातें सोमवार को कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने सांड स्थित डिफेंस कॉरिडोर इकाई का स्थलीय का जायजा लेते हुए कही।
उत्तर प्रदेश सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग तथा वस्त्रोद्योग विभाग के मंत्री राकेश सचान ने सांड स्थित डिफेंस कॉरिडोर इकाई का स्थलीय का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत संकल्प की दिशा में उत्तर प्रदेश में स्थापित किया जा रहा डिफेंस कॉरिडोर एक ऐतिहासिक एवं दूरदर्शी पहल है। यह परियोजना न केवल देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास और युवाओं के लिए रोज़गार सृजन में भी अहम भूमिका निभा रही है।
इससे पहले मंत्री द्वारा कानपुर देहात जनपद में तहसील अकबरपुर अन्तर्गत औद्योगिक आस्थान कुंभी का जायजा एवं तहसील भोगनीपुर अन्तर्गत चपरघटा में प्रस्तावित टेक्सटाइल मशीनों के लिए पार्क की भूमि को बारीकी से देखा गया। औद्योगिक आस्थान कुंभी के निरीक्षण के दौरान मंत्री ने बताया कि लगभग 59 एकड़ में यह औद्योगिक पार्क विकसित किया जा रहा है, जिसमें कुल भू-खण्डों की संख्या लगभग 111 होगी, जिसमें 601 वर्गमीटर से 1000 वर्गमीटर के 93 प्लाट, 1000 वर्गमीटर से 2000 वर्गमीटर से 09 प्लाट, दो हजार से तीन हजार से 08 प्लाट, तीन हजार से चार हजार से एक प्लाट को विकसित करने के साथ फ्लैटेड फैक्ट्री, एस0टी0पी0 आवासीय एरिया, पार्किंग एरिया, ग्रीनरी एरिया आदि विकसित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि नवम्बर तक कार्य पूरा कर लिया जायेगा, इसके अतिरिक्त दुआरी में लगभग 175 एकड़ तथा चपरघटा में लगभग 1700 एकड़ भूमि औद्योगिक विकास के लिए विकसित की जा रही है। भूमि से सम्बन्धित उपलब्ध करायें गए नक्शे का सूक्ष्म अवलोकन किया एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। साथ ही प्रस्तावित स्थल का चयन राज्य सरकार की औद्योगिक नीति के अंतर्गत किया जाये। जिससे स्थानीय संसाधनों का समुचित उपयोग कर जनपद में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित टेक्सटाइल पार्क जिले के औद्योगिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जिससे न केवल क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी, बल्कि राज्य के औद्योगिक नक्शे पर कानपुर देहात की अलग पहचान स्थापित होगी। मंत्री व प्रमुख सचिव द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की प्लेज पार्क स्कीम के अंतर्गत संजीवनी उद्योग पार्क का भी जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
