शिमला, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के राजस्व व बाग़वानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने मंडी जिले के थुनाग क्षेत्र से हॉर्टिकल्चर कॉलेज को सुन्दरनगर शिफ्ट करने के फैसले पर विरोध झेलने के बाद भाजपा और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर सीधा निशाना साधा। शिमला में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेगी ने कहा कि जयराम ठाकुर ने कुछ भाजपा समर्थकों को लाभ पहुंचाने के लिए कॉलेज को आपदा की दृष्टि से असुरक्षित जगह पर स्थापित कर बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डाला। सरकार ने जब बच्चों की पढ़ाई और सुरक्षा को देखते हुए कॉलेज को सुन्दरनगर शिफ्ट किया, तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुनियोजित ढंग से उनकी गाड़ी को रोका, राष्ट्रीय ध्वज लगी गाड़ी पर काले झंडे व चप्पल फेंके और राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। नेगी ने कहा कि यह देशद्रोह का मामला बनता है और ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
राजस्व मंत्री ने भाजपा पर आपदा राहत कोष में मिली दान राशि के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा बिना दाताओं का नाम बताए चेक इकट्ठा कर अपने चहेतों में राशि बांट रही है। नेगी ने भाजपा से मांग की कि वितरित की गई राहत राशि की पूरी सूची सरकार को सौंपे, ताकि विभागीय सूची से उसका मिलान किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि जब 2023 में हिमाचल में व्यापक आपदा आई थी, उस समय भाजपा ने प्रदेश सरकार का साथ नहीं दिया और अब दिल्ली जाकर क्षेत्र विशेष के लिए राहत राशि मांग रहे हैं।
विमल नेगी मौत मामले को लेकर सीबीआई जांच पर भी जगत सिंह नेगी ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के दबाव में यह मामला सीबीआई को सौंपा गया, लेकिन इतने लंबे समय के बाद भी सीबीआई इस मामले में कोई ठोस नतीजा नहीं निकाल पाई है। जबकि राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी बेहतर तरीके से जांच कर रही थी। नेगी ने कहा कि सरकार ने आरोपी देशराज को प्रमोट नहीं किया, बल्कि डिमोशन कर चीफ इंजीनियर बनाया है और आईएएस हरिकेश मीणा को भी डिमोट किया गया है।
नेगी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने विमल नेगी प्रकरण में भी जमकर राजनीति की, लेकिन पीड़ित परिवार को अब तक न्याय नहीं दिला पाई। उन्होंने कहा कि सीबीआई को जनता को बताना चाहिए कि आखिर अब तक मौत के रहस्य से पर्दा क्यों नहीं उठ पाया है।
नेगी ने भाजपा से राजनीति छोड़कर प्रदेश के आपदा प्रभावित लोगों की सच्ची मदद करने और राहत राशि का पूरा हिसाब सार्वजनिक करने की अपील की।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
