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यूनिटी मार्च सर्व समाज को साथ जोड़कर आत्मनिर्भर भारत के लिए देगा प्रेरणा : मुख्यमंत्री

कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री
जूनागढ़ में कार्यक्रम

सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती उत्सव के अंतर्गत राज्यव्यापी सरदार@150 यूनिटी मार्च को मुख्यमंत्री ने जूनागढ़ से कराया प्रस्थान

गांधीनगर, 09 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि यूनिटी मार्च सर्व समाज को साथ जोड़कर आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रेरणा देगा। वे लौह पुरुष और देश के महान निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उत्सव और जूनागढ़ के मुक्ति दिवस के अवसर पर रविवार को सरदार@150 यूनिटी मार्च पदयात्रा को प्रस्थान कराते समय संबोधित कर रहे थे।

राज्य सूचना विभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री पटेल ने ऐतिहासिक बहाउद्दीन महाविद्यालय स्थित आरजी हुकूमत के माध्यम से मिली मुक्ति के स्मरण स्मृति स्मारक में स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण कर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने पदयात्रा में सहभागी होने वाले हजारों नागरिकों को संबोधित करते हुए राज्यव्यापी यूनिटी मार्च के प्रथम चरण का प्रारंभ कराया। इस रैली के प्रस्थान से पहले मुख्यमंत्री ने आरजी हुकूमत के इतिहास को दर्शाने वाली फोटो प्रदर्शनी भी निहारी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशादर्शन में समग्र देश में आयोजित हो रही एकता यात्रा सच्चे अर्थ में भारत को ‘एक एवं अखंड’ बनाकर सरदार साहब को सच्ची श्रद्धांजलि देने वाली सिद्ध होगी।

मुख्यमंत्री ने आरजी हुकूमत के इतिहास का स्मरण करते हुए कहा कि वर्ष 1947 की 15 अगस्त को देश स्वतंत्र हुआ, लेकिन जूनागढ़ के नवाब की लोकमत के विरुद्ध नीति के कारण 86 दिनों के संग्राम के बाद 9 नवंबर को उपरकोट पर भारत का तिरंगा फहराए जाने के साथ जूनागढ़ वास्तव में स्वतंत्र हुआ था और इस प्रकार 9 नवंबर को ‘जूनागढ मुक्ति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने ये संस्मरण भी ताजा किए कि आरजी हुकूमत द्वारा जूनागढ़ को मुक्ति दिलाए जाने के बाद 13 नवंबर को इसी बहाउद्दीन महाविद्यालय के मैदान में सरदार वल्लभभाई पटेल ने सभा कर जूनागढवासियों को अभिनंदन दिया था।

उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने 563 देसी रजवाड़ों का भारत में विलय कर ‘‘एक एवं अखंड भारत’ बनाया था। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अभियान द्वारा उसकी नींव और सुदृढ़ बना रहे हैं। उन्होंने सभी सोरठवासियों को जूनागढ़ मुक्ति दिवस की शुभकामनाएँ देते हए विकसित भारत के निर्माण के लिए एक एवं नेक बनकर सहभागी होने का आह्वान किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जूनागढ़ के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले आरजी हुकूमत के स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।

जूनागढ़ जिला प्रभारी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता डॉ. प्रद्युमनभाई वाजा ने जूनागढ के लिए आज के दिन को ऐतिहासिक बताकर कहा कि इस वर्ष सरदार साहब व बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती तथा वंदे मातरम् गीत के 150 वर्ष होने का शुभ समन्वय हुआ है। यह हम सबके लिए गर्व एवं आनंद की बात है।

जूनागढ़ की नागरिक सेवाओं के प्रोजेक्ट के लिए जूनागढ़ के साधु-संतों ने 51 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री को अर्पित किया। नागरिक सेवाओं में जन भागीदारी की इस पहल का सभी ने सहर्ष स्वागत कर आभार व्यक्त किया। इस समग्र रूट पर 19 मंच बनाए गए थे और उन पर जूनागढ के इतिहास, सांस्कृतिक विरासत सहित विभिन्न कृतियाँ भी प्रस्तुत की गईं। जिला प्रशासन तथा जिला पुलिस प्रशासन ने समग्र रूट पर यातायात व्यवस्था एवं समन्वय कर इस विशाल पदयात्रा को सफल बनाया।

इस पदयात्रा में विधि एवं न्याय प्रशासन राज्य मंत्री कौशिकभी वेकरिया, सांसद राजेशभाई चुडासमा, महापौर धर्मेशभाई पोशिया, जिला पंचायत अध्यक्ष हरेशभाई ठुंमर, विधायक सर्व संजयभाई कोरडिया, भगवानजीभाई करगठिया, देवाभाई मालम, अरविंद लाडाणी, महानगर पालिका आयुक्त तेजस परमार, जिला विकास अधिकारी एच. पी. पटेल, अग्रणी सर्व गौरव रूपारेलिया, चंदूभाई मकवाणा, महंत इंद्रभारती बापू, महेशगिरी बापू, नम्रमुनि महाराज सहित संत-महंत, पदाधिकारी-अधिकारी, विभिन्न समाज के लोग, शैक्षणिक संस्थाएँ, विभिन्न एसोसिएशन, आरजी हुकूमत के स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन, वरिष्ठ नागरिक, युवा, पुलिस जवान, प्रबुद्ध नागरिक तथा जूनागढ के नगरजन बड़ी संख्या में सहभागी हुए।

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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad