
जयपुर, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारतीय संस्कृति के अनुरूप जन्मदिन को संस्कार के रूप में मनाने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आराध्य देव गोविंद देव जी मंदिर में रविवार को अक्टूबर माह में जन्म लेने वाले श्रद्धालुओं ने अपने जन्मदिन का उत्सव पारंपरिक भारतीय विधि से मनाया। समारोह की शुरुआत ठाकुर श्री राधा गोविंद देव जी, देव माता मां गायत्री, गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं भगवती देवी शर्मा के पंचोपचार पूजन से हुई। इस अवसर पर न तो मोमबत्ती बुझाई गई और न ही केक काटा गया, बल्कि पंच तत्व—पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश—का पूजन कर जन्मदिन महोत्सव संपन्न हुआ। उपस्थित लोगों ने जन्मदिन संस्कार मनाने वालों पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद और शुभकामनाएं दी।
मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी महाराज के सान्निध्य में, अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में आयोजित जन्मदिन संस्कार में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं ने पंच तत्वों के प्रतीक रूप में पांच प्रकार की दालें चढ़ाईं और अक्षत-पुष्प अर्पित किए। मंदिर सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि आयोजन का उद्देश्य लोगों को पाश्चात्य परंपरा से हटकर भारतीय संस्कृति के अनुसार जन्मदिन मनाने की प्रेरणा देना है। श्रद्धालुओं के उत्साह को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने निर्णय लिया कि प्रत्येक रविवार को भारतीय परंपरा के अनुसार जन्मदिन संस्कार महोत्सव आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर आयोजित पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ में गायत्री परिवार के विद्वान मंडल ने गायत्री और महामृत्युंजय मंत्रों के साथ आहुतियां अर्पित करवाईं। जन्मदिन मनाने वालों के उज्जवल भविष्य हेतु विशिष्ट आहुतियां दी गईं। गायत्री कचोलिया ने प्रज्ञा गीतों के माध्यम से उपस्थित जनों को मानवीय जीवन के गौरव का बोध कराते हुए देव दुर्लभ शरीर से अधिकाधिक लोकसेवा करने का संदेश दिया।
आचार्य पीठ से डॉ. अजय भारद्वाज ने पंच तत्वों के सदुपयोग पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पृथ्वी से प्राप्त अन्न का संयमित उपयोग करें, जल को स्वच्छ रखें, अग्नि का विवेकपूर्ण प्रयोग करें, वायु का शुद्ध सेवन करें और आकाश (विचार-शब्द) को सकारात्मक बनाए रखें।
कार्यक्रम में सम्मिलित श्रद्धालुओं ने संकल्प लिया कि भविष्य में अपने या परिवार के किसी भी जन्मदिन पर मोमबत्ती नहीं बुझायेंगे, केक नहीं काटेंगे और गुब्बारे नहीं फोड़ेंगे। इसके स्थान पर पौधा लगाना, रक्तदान, नेत्रदान और अंगदान करेंगे। जन्मदिन मनाने वाले सभी व्यक्तियों को गोविंद देव जी मंदिर की ओर से दुपट्टा पहनाकर ठाकुर जी का चित्र और प्रसाद भेंट कर अभिनंदन किया गया। जन्म दिन संस्कार महोत्सव में मुंबई और गुड़गांव सहित विभिन्न शहरों से श्रद्धालु उपस्थित रहे। अंत में गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के सह व्यवस्थापक मणि शंकर पाटीदार ने सभी का आभार व्यक्त किया। आगामी 12 अक्टूबर रविवार को भी जन्मदिन संस्कार महोत्सव धूमधाम से आयोजित किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran)
