
कोलकाता, 20 जून (Udaipur Kiran) । ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में ममता बनर्जी से तीखे सवाल पूछने वाले डॉक्टर से मिलने पहुंचे पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार को कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने लंदन में रहने वाले डॉक्टर रजतशुभ्र बंदोपाध्याय को भी कुछ समय के लिए हिरासत में लिया, जिससे प्रदेश की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया।
पूरा घटनाक्रम दक्षिण कोलकाता के हरीश मुखर्जी रोड पर हुआ, जहां सुकांत डॉक्टर रजतशुभ्र से मिलने पहुंचे थे। लेकिन पुलिस ने पहले दावा किया कि डॉक्टर घर पर नहीं हैं। इसके कुछ देर बाद भाजपा द्वारा जारी वीडियो में डॉक्टर को उनके ही घर पर दिखाया गया, जिसमें वह कहते हैं कि वह मंत्री से मिलने के लिए एक घंटे से इंतज़ार कर रहे थे।
डॉक्टर नीचे सड़क पर आए और मंत्री से संक्षिप्त बातचीत की, लेकिन तभी दोनों को अलग-अलग पुलिस वाहनों में जबरन बिठाकर लालबाजार स्थित पुलिस मुख्यालय ले जाया गया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें रोका और झूठ बोला।
डॉक्टर रजतशुभ्र बंदोपाध्याय वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने मार्च में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में आयोजित एक व्याख्यान के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तीखे सवाल पूछते हुए कहा था कि उनके कार्यकाल में बंगाल में कौन-सी बड़ी औद्योगिक इकाई आई है। इसके बाद कार्यक्रम में हंगामा हो गया था और विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ा था।
भाजपा का आरोप है कि इस पुरानी घटना के कारण ही डॉक्टर और मंत्री को निशाना बनाया गया।
पुलिस हिरासत के बाद सुकांत मजूमदार ने कहा, “हमें क्यों हिरासत में लिया गया, कोई कारण नहीं बताया गया। दुनिया में ऐसा कहीं नहीं होता।” वहीं, डॉक्टर रजतशुभ्र ने कहा, “क्या यह ब्रिटिश नागरिक के साथ व्यवहार करने का तरीका है? मैंने ऐसा कौन-सा अपराध किया कि मुझे अपराधी की तरह उठा लिया गया?”
भाजपा नेता सौरव सिकदर ने इसे राज्य प्रायोजित गुंडागर्दी करार दिया।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा जानबूझकर संवेदनशील इलाकों में उत्तेजना फैला रही है। संबंधित डॉक्टर पहले भी विवादों में रहे हैं। पुलिस ने कानून के अनुसार शांति बनाए रखने के लिए कार्रवाई की है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
