Uttrakhand

यूकेएसएसएससी पेपर लीक में बेरोजगार संघ की मुख्यमंत्री के साथ वार्ता विफल, धरना जारी रखने का ऐलान

बेरोजगार संघ का ज्ञापन देते मुख्यमंत्री धामी।

देहरादून, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच समेत विभिन्न मांगों को लेकर बेरोजगार युवाओं के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता के सकारात्मक परिणाम नहीं आए। बेरोजगारों ने आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।

बेरोज़गार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में वार्ता की। बेरोजगार संघ ने मांग की कि पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ ही परीक्षा को तत्काल निरस्त कर फिर से आयोजित करवाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में आयोजित परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और सरकार इस मामले में पूरी सख़्ती बरतेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोज़गार अभ्यर्थियों के हित सर्वोपरि हैं और उनके हितों को सुरक्षित रखते हुए ही जरूरी निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बावी पंवार ने बताया कि संघ ने मांग की कि जिस महिला पर जोर जबरदस्ती मुकदमा दर्ज किया है, उस मुकदमे को वापस लिया जाए व सीएम धामी से भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता बरते जाने का भी आग्रह किया गया लेकिन मांगों की दिशा में कोई बात बनती दिखाई नहीं दी और ऐसे में आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया। चेतावनी देते हुए कहा, जब तक इन मांगों का निस्तारण नहीं किया जाता, तब तक बेरोजगार युवा धरने पर बैठे रहेंगे।

निष्पक्ष हुई परीक्षा, निरस्त की तो आंदोलन

वहीं देर शाम सचिव मुख्यमंत्री शैलेष बगोली से सचिवालय में संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा छात्र संघ के प्रतिनिधि मंडल ने इशांत रौथाण के नेतृत्व में भेंट की और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में अनुरोध किया कि यूकेएसएसएससी की हाल ही में आयोजित परीक्षा पूर्णतः निष्पक्ष, पारदर्शी एवं नकलविहीन तरीके से सम्पन्न हुई है। परीक्षा प्रारम्भ होने के लगभग आधे घंटे बाद कुछ चुनिंदा व्यक्तियों के पास प्रश्नपत्र की तस्वीरें पाई गई, जिसे लेकर भ्रामक माहौल बनाया जा रहा है।

कहा कि कुछ लोग परीक्षा पूर्व इसे रोकने में लगे थे और अब परिणाम निरस्त कराने का प्रयास कर रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो यह उनकी वर्षों की मेहनत और भविष्य दोनों पर पानी फेरने जैसा होगा। सभी परीक्षार्थी द्वारा निवेदन किया गया है कि परीक्षा को निरस्त न किया जाए और परिणाम शीघ्र जारी किए जाएं, ताकि उनके भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। सचिव मुख्यमंत्री द्वारा इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया।

प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा छात्र संघ के प्रतिनिधि रामपाल सिंह, विनोद आजाद, उमेश कुमार, मोहित, धुरेन्द्र, अर्जुन सिंह, मनेन्द्र कुमार, शिवम झंग्याल शामिल रहे।

(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल

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