ऊना, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । ऊना जिला में शनिवार रात्रि से शुरू हुई बारिश मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। रात को करीब छह घंटों की बारिश ने ऐसी तबाही मचाई की सभी प्रशासनिक इंतजाम फेल हो गए। इस बारिश से ऊना जिला को करीब 27 करोड़ का नुक्सान हुआ है, जबकि इस बरसात में ये आंकड़ा 111 करोड़ के लगभग पहुंच चुका है। पानी की उचित निकासी ना होने के चलते ऊना नगर निगम के कई क्षेत्र पानी में पूरी तरह से डूब गए। मूसलाधार बारिश से प्रशासनिक व्यवस्थाओं की सारी पोल खोल कर रख दी।
चंडीगढ़-ऊना-धर्मशाला नेशनल हाईवे भी बरसाती पानी से लबालब भरा रहा उचित निकासी ना होने के कारण घरों, दुकानों और सरकारी आवासों में पानी ने खूब कोहराम मचाया।
बरसाती पानी की उचित निकासी के प्रशासन के सभी दावे धराशाई होते दिखे। लोग सहायता के लिए आपातकाल नंबरों पर फोन कर रहे है, लेकिन कोई भी रिस्पोंस नहीं मिल रहा है। भारी बारिश के चलते डीसी ऊना ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश सुबह साढ़े सात बजे जारी किए। जिला में बेसमेंट में बने संस्थानों और शोरूम संचालकों को ये बारिश गहरे जख्म दे गई है। इंदिरा मैदान के समीप स्थित जेटकिंग संस्थान में भी बरसाती पानी घुस गया। संस्थान संचालक सुधीर कुमार ने बताया कि पूरा का पूरा संस्थान बरसाती पानी में डूब गया था। जिससे संस्थान में रखे दर्जनों कंप्यूटर और मशीनें पूरी तरह से खराब हो गई हैं। कुछ भी नही बचा है। उन्होंने बताया कि उनका 15 से 20 लाख का नुक्सान हुआ है।
अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्रपाल गुर्जर ने बताया कि शनिवार रात्रि को हुई बारिश से ऊना जिला को करीब 27 करोड़ का नुक्सान हुआ है, जबकि इस बरसात में ये आंकड़ा 111 करोड़ से भी अधिक का नुक्सान हो चुका है। सभी प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी फील्ड में तैनात हैं।
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(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल
