Madhya Pradesh

उमरिया : शिक्षा विभाग की उदासीनता, स्कूल में कुत्ते और बच्चे एक साथ !

एक स्कूल ऐसा भी जहां कुत्ते और बच्चे एक साथ पढ़ाई करते हैं

उमरिया, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्‍य प्रदेश के उमरिया जिले के मानपुर नगर परिषद अंतर्गत वार्ड नंबर 15 हंचौरा में शिक्षा विभाग की उदासीनता एक बार फिर उजागर हुई है, यहां माध्यमिक विद्यालय की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है, जहाँ बच्चे और कुत्ते एक साथ पढ़ते हैं, जिसके बाद यह कहना ग़लत नहीं होगा कि स्कूल के कमरों में आवारा कुत्तों का आना शिक्षकों की व्यवस्था की पोल खोल रहा है, वहीं बच्चों को हर दिन कुत्तों से काटने का खतरा बना रहता है, कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चे टूटती दीवारों और छत के नीचे बैठकर पढ़ाई करते हैं, जहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक यह भवन वर्षों से मरम्मत की बाट जोह रहा है, लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हाल ही में विद्यालय का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें बच्चे और कुत्ते एक ही कक्षा में मौजूद दिखाई दे रहे हैं। वीडियो मे साफ दिख रहा है की कक्षा में बच्चों के बगल में कुत्ता बैठा है जो किसी भी अनहोनी को दावत दे सकता है।

स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापक आराधना पटेल का कहना कि मेरे यहां की बिल्डिंग टूटी-फूटी अवस्था में है मैंने कई बार इंजीनियर साहब को पत्र एवं मौखिक दोनों माध्यम से अवगत भी कराया था जिसके बाद इंजीनियर साहब यहां आकर देखे भी हैं, मैं सालों से लगातार उनको कहती आ रही हूं जब कहीं जाकर एक लाख 20 हजार रुपए की राशि यहां माध्यमिक शाला के लिए स्वीकृत भी करवाई है।

वहीं गांव के ही अभिभावक मधुसूदन शुक्ला ने बताया कि हमारे गांव के माध्यमिक शाला की हालत अत्यधिक जर्जर है कभी भी बिल्डिंग गिर सकती है, 30 – 35 साल पुरानी स्कूल बिल्डिंग है यहां आज तक ना तो दूसरा भवन बना न ही बाउंड्रीवाल है, यहां बच्चों की जान को खतरा है, इसके अलावा नगर पंचायत के द्वारा यहां किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है।

इस मामले में ज़ब डी पी सी कृष्ण कुमार डेहरिया से बात की गया तो उन्होंने सफाई देते हुये बताया कि मीडिया के माध्यम से हमको जानकारी मिली है कि हंचौरा माध्यमिक शाला में कुल सात कमरे हैं, पिछले वर्ष हमने दो कमरों का रिपेयरिंग कार्य करवाया था और चार कमरे जो हैं वह क्षतिग्रस्त अवस्था में है, वहां पर बच्चों को नहीं बैठाया जा रहा है, यहां हमने कलेक्टर महोदय एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी महोदय के द्वारा एवं मेरे द्वारा 5-6 बार निर्देश प्रसारित किए गए हैं कि ऐसे छटग्रस्त भवन एवं जिनकी खराब स्थिति है वहां बच्चों को न बैठाया जाए, हंचौरा स्कूल में जो तीन सेफ कमरे हैं वहां बच्चों को बैठने के निर्देश दिए हैं, हमने ब्रा को वाहन जांच के लिए भेजा था और इसका प्रतिवेदन आ रहा है हम कलेक्टर महोदय को वह प्रतिवेदन प्रेषित करेंगें इसके बाद ही कुछ पता चल पाएगा।

गौरतलब है कि डीपीसी को भी बच्चों के जान की परवाह नहीं है उल्टे सफाई देने मे लगे हैं कि हमने जर्ज़र कमरों में बच्चों को बैठाने को मना कर दिया है।

—————

(Udaipur Kiran) / सुरेन्‍द्र त्रिपाठी

Most Popular

To Top