लंदन, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । यूक्रेन को लेकर बनी “कोएलिशन ऑफ द विलिंग” की वर्चुअल बैठक में भाग लेने वाले देशों ने सुरक्षा गारंटी और रूस पर संभावित नए प्रतिबंधों पर चर्चा की। बैठक की सह-अध्यक्षता ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने की।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को जानकारी दी कि सदस्य देशों ने सहमति जताई कि उनकी योजना टीमें आने वाले दिनों में अमेरिकी प्रतिनिधियों से मिलेंगी, ताकि यूक्रेन को मजबूत सुरक्षा गारंटी देने और यदि युद्ध थमता है तो एक ‘रीअश्योरेन्स फोर्स’ (भरोसा दिलाने वाली सेना) की तैनाती योजना पर काम आगे बढ़ाया जा सके।
प्रवक्ता ने बताया कि नेताओं ने इस पर भी विचार किया कि पुतिन पर और अधिक दबाव कैसे डाला जा सकता है, जिसमें नए आर्थिक प्रतिबंध भी शामिल हो सकते हैं, ताकि रूस अपनी अवैध आक्रमणकारी कार्रवाई को समाप्त करने के लिए तैयार हो। इस बैठक में 30 से अधिक अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने भाग लिया।
वहीं, यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों का मनोबल उस समय और बढ़ा, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को आश्वस्त किया कि किसी भी शांति समझौते में अमेरिका यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी देने में मदद करेगा। हालांकि इस मदद की प्रकृति और सीमा अभी स्पष्ट नहीं है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
