
उज्जैन, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता प्रदान करने के उद्देश्य से गत 20 सितंबर को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता मूल्यांकन परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा में उज्जैन जिले की साक्षरता टीम तीसरी बार प्रदेश में प्रथम स्थान पर आई है।
शुक्रवार को जिला परियोजना समन्वयक एवं जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी अशोक त्रिपाठी तथा जिला साक्षरता के संजय शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस परीक्षा में 90 हजार असाक्षरों को शामिल करने का लक्ष्य उज्जैन जिले को मिला था। जिले की साक्षरता ने इस लक्ष्य से अधिक याने 91 हजार 116 असाक्षरों को परीक्षा में शामिल करवाकर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। निरंतर प्रयास करने से उज्जैन जिला तीसरी बार प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है। राज्य शिक्षा केंद्र, भोपाल के संचालक द्वारा प्रथम स्थान आने पर प्रशस्ति पत्र दिया गया। इस प्रशस्ती पत्र एवं शिल्ड को अशोक त्रिपाठी ओर संजय शर्मा ने कलेक्टर रौशनकुमार सिंह को सौपा। इस पर श्री सिंह ने जिले की पूरी साक्षरता टीम को शुभकामना दी है।
त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष-2011 की जनगणना अनुसार जिले में 5 लाख 11 हजार निरक्षर थे, जिसमें 3 लाख 9 हजार असाक्षरों को मूल्यांकन परीक्षा के माध्यम से नवसाक्षर बनाया गया। निरंतर प्रयास से उज्जैन जिले ने तीसरी बार उक्त परीक्षा में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। राज्य शिक्षा केंद्र, भोपाल में 15 अक्टूबर को समीक्षा की गई। इसमें राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिन्दर सिंह ने उज्जैन जिले को सर्वाधिक परीक्षार्थियों को शामिल करने पर सम्मान पत्र एवं शील्ड प्रदान की थी।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
