
उज्जैन, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवार के छठवें वित्त आयोग, उड़ीसा के अध्यक्ष अरुण कुमार पांडा एवं आयोग के सदस्यों ने उज्जैन आगमन पर नगर निगम की कार्य प्रणालियों एवं विकास कार्यों के बारे में अध्ययन किया। सिंहस्थ-2028 को दृष्टिगत रखते हुए शहर के प्रमुख निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
महापौर मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष कलावती यादव ने वित्त आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया। निगम के अपर आयुक्त पवन कुमार सिंह ने बताया कि उज्जैन शहर उत्सवों एवं धार्मिक नगरी का शहर है। प्रतिदिन यहां श्रद्धालु आते हैं। सिंहस्थ महापर्व के सफल आयोजन हेतु व्यापक तैयारियां, चौड़ीकरण कार्य एवं विकास कार्य किए जा रहे हैं। निगम द्वारा स्वच्छता को लेकर भी सकारात्मक कार्य किए जा रहे हैं। मंदिरों से फूलों को संग्रहण करते हुए अगरबत्ती, धूप बत्ती एवं हर्बल गुलाल बनाया जाता है। पुराने कपड़ों से फाइल कवर बनाना, भवन निर्माण सामग्री से पेपर ब्लॉक बनाए जाने का प्लांट, सब्जियों से बायोगैस बनाने का प्लांट, गीले कचरे से खाद बनाना, कपिला गौशाला का संचालन, जन सहायता केंद्र की स्थापना इत्यादि कार्य किए जाते हैं।
स्मार्ट सिटी के कार्यों का अध्ययन किया
आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे कार्यों का भी अध्ययन किया। स्मार्ट सिटी सीईओ संदीप शिवा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से महाकाल मंदिर विकास कार्यों की जानकारी दी। महाकाल लोक एवं महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की प्रति दिन हेड काउंटिंग, फेस रीडिंग एवं महाकाल लोक में स्थापित प्रत्येक बिंदुओं को डिटेल से साझा किया। कोठी रोड स्थित वीर भारत संग्रहालय के चल रहे कार्यों का निरीक्षण भी किया।
आयोग के सदस्य प्रो.अमरेश सामंतराय, प्रो. विभु प्रसाद नायक, अपर आयुक्त वित्त पुनीत शुक्ला, सहायक आयुक्त पवन कुमार फुलफकीर, घनश्याम मचार, राघवेंद्र सिंह पालिया, कार्यपालन यंत्री पलाश शर्मा उपस्थित रहें।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल