धर्मशाला, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । पिछले दो दिनों से कांगड़ा जिले में रुक-रुक कर हो रही मध्यम से भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जिससे हो रहे भूस्खलन से सड़क संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारी बारिश और भूस्खलन से पिछले 24 घंटों में दो और लोगों की मौत होने की सूचना है। इस मानसून सीजन में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की कुल संख्या 24 हो गई है।
उधर मंगलवार तड़के कांगड़ा के पास हुए एक बड़े भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया, जिससे धर्मशाला, मैक्लोडगंज और आसपास के इलाकों का एकमात्र प्रमुख सड़क संपर्क टूट गया। चंडीगढ़, शिमला और हमीरपुर से आने वाला यातायात पूरी तरह ठप हो गया, जिससे राजमार्ग के दोनों ओर सैकड़ों वाहन घंटों फंसे रहे। दूध और अखबारों सहित आवश्यक आपूर्ति भी कई घंटों तक बाधित रही, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग की मरम्मत टीमों ने मूसलाधार बारिश के बावजूद मलबा हटाने का काम किया और आखिरकार लगभग पांच घंटे बाद सड़क को फिर से खोल दिया। हालांकि, धर्मशाला जा रहे एक अखबार वितरण चालक ने बताया कि वे सुबह 4 बजे से फंसे हुए थे और जेसीबी मशीनें सुबह लगभग 8 बजे पहुंचीं।
आंतरिक सड़कें भी प्रभावित, 60 सड़कें अवरुद्ध
जिला कांगड़ा के शाहपुर के पास भाली, जयसिंहपुर, रानीताल और 32-मील से भी भूस्खलन की खबरें आईं, जिससे कई आंतरिक सड़कों पर यातायात बाधित हुआ। पठानकोट-मंडी राजमार्ग भी सुबह के समय मलबे के कारण अस्थायी रूप से बंद रहा।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि शाम तक सभी राष्ट्रीय राजमार्गों और राज्य मार्गों से मलबा हटा दिया गया था, हालांकि कांगड़ा के पास बार-बार हो रहे भूस्खलन के कारण एहतियात के तौर पर केवल एकतरफा यातायात की अनुमति दी गई है। सुबह कुल 60 सड़कें अवरुद्ध थीं, जिनमें से समाचार लिखे जाने तक 24 संपर्क मार्ग अभी भी बंद थे।
दो और मौतें, कुल आंकड़ा 24 पहुंचा
पिछले 24 घंटों में कांगड़ा में दो और दुखद मौतें दर्ज की गई हैं। कांगड़ा शहर में सुबह की सैर के दौरान मनुनी खड्ड में फिसलकर 52 वर्षीय पिंकी देवी की मौत हो गई। बारिश के कारण नदी का किनारा खतरनाक रूप से फिसलन भरा हो गया था जिस बजह से यह घटना हुई। वहीं दूसरी घटना में इंदौरा तहसील के राजना गांव निवासी विपिन कुमार (45) की सांप के काटने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सांप पास के पानी से भरे खेतों से उनके घर में घुस आया था। इन दो नई मौतों के साथ, इस साल आगामी मानसून सीजन में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की कुल संख्या अब 24 हो गई है।
पेयजल और बिजली आपूर्ति भी बाधित
भूस्खलन और बारिश के कारण सड़क संपर्क के साथ-साथ अन्य सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। जिले में 90 स्थानों पर पेयजल आपूर्ति बाधित रही, जिससे लोगों को पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा। इसके अलावा 5 गांवों और मोहल्लों में बिजली आपूर्ति भी बाधित रही। मंगलवार को सुबह 32 मील व भाली के बीच फोरलेन भी बंद हो गया था। धर्मशाला-शिमला मार्ग भी सुबह के समय घंटों बाधित रहा जिसे बाद में खोल दिया गया।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
