Jharkhand

नेपाल के कावंड़िया सहित दो की मौत

दुमका, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । बासुकीनाथ धाम ने 17 वर्षीय महिला डाक कांवरिया सुनीता कुमारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। महिला डाक कांवरिया ने रविवार को दोपहर के करीब 12 बजे भागलपुर के बरारी घाट से जल भरकर हंसडीहा के रास्ते पैदल चलकर बासुकीनाथ धाम पहुंची और सोमवार की सुबह के करीब 5 बजे बाबा बासुकीनाथ धाम में जल अर्पित कर दी। महिला कांवरिया ने करीब 14 घंटे के अंदर बासुकीनाथ धाम में जल अर्पित की। जल अर्पित करने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई।

परिजनों ने तुरंत जरमुंडी के अस्पताल में इलाज के लिए महिला डाक कांवरिया सुनीता को भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार करने के बाद अस्पताल के चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया। परिजन आनन-फानन में सुनीता को इलाज के लिए दुमका के पीजेएमसीएच लेकर आ गए। पीजेएमसीएच के चिकित्सकों ने सुनीता डाक कांवरिया को मृत घोषित कर दिया।

सुनीता रामगढ़ थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव की रहने वाली थी। वह दूसरी बार डाक बम के रुप में जल उठाई थी। उसके साथ गांव के अन्य कई लोग भी थे। सभी डाक बम ही थे। रविवार की सुबह में स्नान ध्यान कर वह जल भरी और दोपहर के करीब 12 बजे बासुकीनाथ धाम के लिए चल दी। रास्ते में उसे कुछ भी नहीं हुआ था। उसके पिता रामफल राय का कहना है कि उसने अपनी छोटी बेटी की चार माह पहले ही शादी की थी। पिछले साल से ही उसने डाक बम के रुप में बाबा बासुकीनाथ धाम में जल अर्पित करने की ठनी और जल चढ़ा भी दी थी।

वह इस वर्ष इंटर की प्रतिक्षा में अच्छे नम्बर से उत्तीर्ण भी हुई थी। उनका कहना है कि सुनीता चार बेटा और बेटी में सबसे छोटी थी। इस घटना से परिवार के सभी लोग स्तब्ध है। पिता ने अपनी बेटी के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने की इच्छा जताई। नगर थाना की पुलिस ने परिजनों का बयान लेने के बाद शव को घर ले जाने की इजाजत दे दी।

वहीं अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक पुरूष कांवरिया की मौत हो गई। घटना बासुकीनाथ धाम में 27 जुलाई की शाम की है। गंभीर स्थिति में उसे 27 जुलाई की रात में ही दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मृतक के पैकेट में देवघर अस्पताल का एक पर्चा मिला जिसमें उसका नाम गोपाल बास्की और पता के रूप में नेपाल लिखा हुआ पाया गया है। इसके आधार पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मृतक नेपाल का रहने वाला है। पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को सुरक्षित रख दिया गया है।

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(Udaipur Kiran) / नीरज कुमार

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