RAJASTHAN

अच्छी बरसात के बाद पहली बार खोले गंभीरी बांध के दो गेट

चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित गंभीरी बांध के गेट शनिवार को खोले।

चित्तौड़गढ़, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के निम्बाहेड़ा उपखंड क्षेत्र में स्थित गंभीरी बांध के शनिवार दोपहर दो गेट खाेले गए। लगातार पानी की आवक को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने गेट खोलने का निर्णय लिया। निम्बाहेड़ा के उपखंड अधिकारी विकास पंचोली ने दोपहर में पूजा अर्चना करने के बाद दो छोटे गेट को 2-2 मीटर खोला है। इसके बाद नदी में पानी की आवक तेज हो गई है। वहीं उदयपुर जिले में हुई बरसात के बाद अब घोसुंडा बांध के छलकने की संभावनाएं बढ़ गई है। इधर, जल संसाधन विभाग ने गंभीरी बांध के गेट खोलने के बाद आम नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की है और लोगों को नदी के आस-पास किसी प्रकार की गतिविधि नहीं करने और छोटी पुलियाओं को पार करते समय सावधानी बरतने की अपील की है।

जानकारी में सामने आया कि शुक्रवार रात निम्बाहेड़ा में बरसात हुई थी और मध्यप्रदेश क्षेत्र में भी बरसात होने से गंभीरी बांध में पानी की आवक तेज हो गई। इसके चलते गंभीरी बांध के गेट खोलने का निर्णय लिया गया। इससे पहले जिला कलक्टर आलोक रंजन ने गंभीरी बांध का निरीक्षण किया था। इधर, जिले भर में बरसात का दौर बना रहने से नदी नालों में पानी की आवक तेज हो गई है। चित्तौड़गढ़ शहर को पेयजल आपूर्ति करने वाला घोसुंडा बांध भी भरने को है। वहीं उदयपुर जिले में आयड़ नदी में पानी का बहाव तेज होने से मावली क्षेत्र में स्थित बड़गांव बांध भी छलकने को तैयार है। इसका पानी सीधे चित्तौड़गढ़ जिले के घोसुंडा बांध में आता है। संभवतया रविवार दोपहर तक घोसुंडा बांध भी छलक सकता है। इधर, चित्तौड़गढ़ शहर के कई क्षेत्रों में निकासी नहीं होने से पानी घरों में घुस रहा है। शहर के सेंती, पंचवटी के पास बीज भंडार के समीप बस्ती में यही नजारा देखने को मिल रहा है और करीब 2 दर्जन घरों में पानी भरा हुआ है।

बरसात का औसत 116 प्रतिशत

चित्तौड़गढ़ जिले में लगातार बरसात का दौर जारी है और चित्तौड़गढ़ जिले में बरसात का औसत 116 प्रतिशत पहुंच गया है। अब तक जिले की औसत वर्षा 868.67 मिमी हो चुकी है और बस्सी क्षेत्र में 1323 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है। शनिवार सुबह समाप्त हुए पिछले 24 घंटों में कपासन में सर्वाधिक 66 मिमी, बस्सी में 52, निम्बाहेड़ा में 41, भूपालसागर में 35, भूपालसागर में 35, गंगरार में 35, डूंगला में 32, चित्तौड़गढ़ में 26 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले भर में हुई अच्छी बरसात के बाद बंद पड़े कई बांध और तालाबों में पानी की आवक तेज हो गई है।

कपासन के राजराजेश्वर में आया पानी

कपासन उपखंड में लम्बे समय से बरसात का इंतजार था और शुक्रवार दोपहर से शुरु हुआ दौर शनिवार सुबह तक चलता रहा। इसके चलते कपासन के राज राजेश्वर तालाब में पानी की आवक शुरु हो गई है। कपासन क्षेत्र में हुई बारिश से दोवनी का नाला उफान पर है, जिसका पानी राजराजेश्वर तालाब में पहुंच रहा है। वहीं कपासन कस्बे में स्थित गुलाब सागर भी छलकने को है। पिछले कुछ दिनाें से बरसात नहीं होने के बाद लोगों ने विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किये थे। हालांकि कपासन, भूपालसागर और धमाणा जैसे तालाबों को भरने के लिए कपासन क्षेत्र के लोग मातृकुंडिया बांध से पानी लाने की मांग कर रहे है, जो अभी तक पूरी नहीं हुई है। लेकिन कपासन क्षेत्र में बरसात होने से लोगों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है।

बस्सी में उफान पर नदी- नाले

जिले में अब तक सर्वाधिक बरसात बस्सी क्षेत्र मेंं दर्ज की गई है। 50 इंच से ज्यादा बरसात होने के कारण अब पानी धरती में नहीं समा रहा है और नदी नाले उफान पर है। लगातार हो रही बरसात के कारण कई क्षेत्रों के घरों में पानी घुसने की समस्या सामने आई। वहीं बस्सी बांध पर डेढ़ फीट की चादर चल गई है। बस्सी कस्बे के शिव सागर तालाब का पानी घरों में घुस जाने से परेशानी हुई है। कपासन क्षेत्र की सोनगर-शोकिया पुलिया के साथ-साथ फुसरिया-बावड़ी खेड़ा, नगरी-बिलिया का सम्पर्क टूट गया है। वहीं क्षेत्र के झरने पूरे वेग से बह रहे है।

—————

(Udaipur Kiran) / अखिल

Most Popular

To Top