
जबलपुर, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के खितौला थाना अंतर्गत 11 अगस्त को 14 करोड़ की बैंक डकैती मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस डकैती में डकैतों ने सोना सहित नगदी लूटी थी। जिसको लेकर यह डकैती पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। पुलिस द्वारा की गई जांच में यह बात सामने आई है कि अंतर्राज्जीय डकैत गिरोह दास गैंग ने खितौला बैंक में डकैती डाली थी। पुलिस ने गिरोह के सरगना को जेवरों के साथ बिहार से गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि 5 अज्ञात बदमाशों द्वारा डकैती की गई थी,जिसमें 14 किलो 800 ग्राम सोने के जेवरात और लगभग 5 लाख रुपए डकैत लूट कर ले गए थे।
सोमवार को पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने बताया कि डकैतों के मामले में पतासाजी करते हुए स्थानीय आरोपी रईस लोधी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर आये तथ्यों के आधार पर पुलिस की अलग अलग टीमें आरोपियों की पतारसी के लिए बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश एवं राजस्थान भेजी गई ।
मैदानी स्तर पर इन टीमों का नेतृत्व एवं मार्गदर्शन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम जबलपुर जितेंद्र सिंह के साथ डीएसपी क्राइम उदयभान सिंह बागरी,एसडीओपी सिहोरा आदित्य सिंघारिया,सीएसपी बरगी अंजुल अयंक मिश्रा एवं सीएसपी रांझी सतीश साहू कर रहे थे। जबलपुर पुलिस को सफलता उस समय मिली जब की इस गिरोह का एक मददगार इंद्रजीत बिहार के गया जिले के गुरुवा थाना इलाके से पुलिस के हत्थे चढ़ा। जिसने पूछताछ पर गिरोह के सरगना राजेश रवि दास के छुपने का ठिकाना गया जिले के ही डोभी थानांतर्गत बताया।
जानकारी लगने पर तत्काल टीम द्वारा दबिश देते हुये गैंग के मुख्य सरगना रवि दास को घेराबंदी कर पकडा गया। जिसने सघन पूछताछ करने पर डकैती करना स्वीकार करते हुये लूटे हुये जेवर एवं रूपये आपस में बांट लेना बताते हुए अपने हिस्से में लगभग 3 किलो सोना और 50 हजार नगदी आना बताया एवं शेष लूट का सामान बाकी सदस्यों में बांटना बताते हुये लूटे हुये सोने के जेवरात खेत में छुपाना बताया, आरोपी की निशादेही पर खेत में छिपाये हुये जेवर जब्त किए गए।
उल्लेखनीय है कि पकडा गया आरोपी राजेश दास उर्फ आकाश दास एक दुर्दांत अपराधी है जिसने बिहार के जिला गया, सासाराम, जमुई, पुरुलिया रोहतास, गिरडी, छत्तीसगढ के जिला रायगढ के बैंक में लूट/डकैती के 12 अपराध पंजीबद्ध है। जो 18 जून 2025 को ही रायगढ़ जेल से छूटा था। राजेश दास को डकैती डालने से लेकर सोना छुपाने तक में सहयोग करने वाला एक अन्य आरोपी इंद्रजीत भी गिरफ्तार किया गया है । 18 जून 2025 को ही जेल से छूटा था राजेश और 11 अगस्त 2025 को खितौला में अपने साथियों के साथ इस वारदात को अंजाम दिया था। वर्ष 2011 से 2025 के बीच बिहार जिले के गया, सासाराम, जमुई, पुरुलिया,रायगढ़ की बैंक डकैतियों सहित एक दर्जन वारदातों में शामिल रहा है। दुर्दांत डकैत राजेश दास दूसरा आरोपी इंद्रजीत दास उर्फ सागर दास पिता शंकर दास उम्र 26 वर्ष निवासी जिला गया बिहार प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस के लिए अभी भी फरार आरोपी चुनौती बना हुआ है इसके साथ ही डकैती में गया हुआ शेष सोना एवं नगदी भी बरामद होना बाकी है। मध्य प्रदेश के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बैंक डकैती मानी जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
