Madhya Pradesh

अशोकनगर : अंधेरे में अस्पताल, एम्बुलेंस में जन्में दो बच्चे

अशोकनगर: अंधेरे में अस्पताल, एम्बुलेंस में जन्में दो बच्चे
अशोकनगर: अंधेरे में अस्पताल, एम्बुलेंस में जन्में दो बच्चे
अशोकनगर: अंधेरे में अस्पताल, एम्बुलेंस में जन्में दो बच्चे

अशोकनगर, 29 जून (Udaipur Kiran) । एक दिन पूर्व एम्बुलेंस के अभाव में हुई नवजात की मृत्यु के बाद दूसरे दिन रविवार को जिला अस्पताल बिजली चले जाने के कारण करीब एक घंटे तक घुप्प अंधेरे में रहा है, और लोग मोबाइल से रोशनी कर इधर-उधर जाते हुए दिखाई दिए। वहीं रविवार को प्रसव के लिए एम्बुलेंस से लाई जा रहीं अलग-अलग दो महिलाओं के प्रसव अस्पताल पहुंचने से पहले ही एम्बुलेंस में ही हो गए।

वैसे तो जिला अस्पताल में बिजली चली जाने के बाद आवश्यक सेवा के तौर पर जेनरेटर की व्यवस्था है, पर रविवार दोपहर 11:30 बजे के दरम्यान जो अस्पताल की बिजली गई तो करीब एक घंटे तक पूरा अस्पताल अंधेरे में रहा है,हालात ये कि मरीज और परिजनों को मोबाइल की रोशनी का सहारा लेना पड़ा और आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजन तक परेशान होते रहे और मरीजों के परिजन कपड़ों से मरीजों को हवा करते रहे। यहां इसी दिन दूसरा वाकिया ये घटित हुआ कि दो अलग-अलग महिलाओं को गांव से प्रसव के लिए लाया जा रहा था। जिनमें एक महिला का प्रसव एम्बुलेंस में ही शहर के बड़े पुल के ऊपर प्रसव हो गया और एक महिला का प्रसव अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही रास्ते में एम्बुलेंस में ही हो गया।

जानकारी अनुसार शहर से बीस किलो मीटर की दूरी पर स्थित कोलुआ गांव निवासी राजकुमारी पत्नी नारायण आदिवासी को एम्बुलेंस से प्रसव के लिए अस्पताल लाया जा रहा था, जिसका प्रसव सुबह 7 बजे के करीब अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही रास्ते में एम्बुलेंस में ही हो गया।

वहीं शहर के नजदीक ही ग्राम उरझुरू निवासी लीलावाई पत्नी खिलन सिंह आदिवासी को एम्बुलेंस से प्रसव के लिए अस्पताल लाया जा रहा था, पर एम्बुलेंस के अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही रास्ते में ही बड़े पुल पर महिला को प्रसव हो गया। अस्पताल पहुंचने से पूर्व रास्ते में एम्बुलेंस में हुए प्रसव की दोनों महिलायें और बच्चे स्वस्थ हैं।

जिला अस्पताल में बिजली चले जाने के पश्चात जेनरेटर व्यवस्था होने के बाद भी जहां गर्मी में मरीज परेशान होते रहे और मोबाइल से रोशनी कर इधर-उधर जाते दिखाई दिए, सबसे कष्ट दाई समय आईसीयू बार्ड के मरीजों का रहा।

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ.देवेश भार्गव का कहना कि तकनीकी कारण से जेनरेटर शुरू नहीं हो सका होगा, कभी-कभी जेनरेटर गर्म भी हो जाता है। इस व्यवस्था को सुधारने के लिए सोलर सिस्टम जल्द शुरू किए जा रहे हैं।

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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार

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