
बरेली, 30 सितंबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश में बरेली जिले के प्रेम नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह उस वक्त हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जब बीडीए और नगर निगम की टीम पुलिस बल के साथ मन्नानी मियां के दामाद मौसीन हसन खान के भवन को सील करने पहुंची। कार्रवाई के दौरान भारी विरोध और हंगामा हुआ। मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस ने मौसीन हसन खान और उनके भाई को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, मौसीन हसन खान का भवन लंबे समय से अवैध निर्माण और अन्य नियमों के उल्लंघन के मामले में प्रशासन की निगरानी में था। कई बार नोटिस देने के बावजूद नियमों का पालन नहीं किया गया। मंगलवार सुबह प्रशासनिक टीम ने भवन को सील करने का निर्णय लिया।
जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, मौसीन हसन और उनके समर्थकों ने विरोध जताया। अफरा-तफरी के बीच पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए दोनों भाइयों को हिरासत में लिया। इस दौरान मौसीन हसन ने मीडिया से कहा, “हम मुसलमान हैं, इसलिए हमारे साथ यह कार्रवाई हो रही है। यह न्यायसंगत नहीं है।” उनके इस बयान ने माहौल को और गर्मा दिया।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई पूरी तरह नियमों के तहत हुई है और अवैध निर्माण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीडीए और नगर निगम की टीम ने नोटिस दिखाकर भवन को सील कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि नगर के विकास और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, मौके पर काफी हलचल रही, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित रखा। सोशल मीडिया पर खबर फैलते ही इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कुछ लोगों ने प्रशासन की सख्ती को सही ठहराया, तो कुछ ने इसे विवादास्पद बताया।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह प्रशासनिक और कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है। भवन को कई बार नोटिस देने के बाद भी वैध नहीं कराया गया था। विरोध करने पर मौसीन हसन और उनके भाई को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हिरासत में लिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।
प्रशासनिक अधिकारियों ने साफ कहा कि बरेली में हालिया दंगों के बाद किसी भी प्रभावशाली व्यक्ति पर कानून का दबाव कम नहीं होगा। नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
(Udaipur Kiran) / देश दीपक गंगवार
