
-पश्चिम बंगाल में बने फर्जी भारतीय दस्तावेज जब्त-कछार जिले में भी 22-23 जून को पकड़े गये 22 बांग्लादेशी
बंगाईगांव/कछार (असम), 24 जून (Udaipur Kiran) । असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियान जारी है। इसी कड़ी में पुलिस ने गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की मदद से बंगाईगांव में दो और बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। दोनों फर्जी भारतीय दस्तावेजों का इस्तेमाल मुंबई जाने वाली ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तभी इन्हें पकड़ लिया गया।
असम पुलिस को बंग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ जारी अभियान में लगातार सफलता मिल रही है। मंगलवार को भी पुलिस ने जीआरपी और आरपीएफ की मदद से दो बंग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। दोनों जब मुंबई जाने वाली ट्रेन में चढ़ने वाले थे, लभी न्यू बंगाईगांव रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने उन्हें पकड़ लिया। उनके पास से पश्चिम बंगाल में बने फर्जी भारतीय दस्तावेज जब्त किए गए हैं। गिरफ्तार गुलाम रब्बानी और उसका भाई असरुल इस्लाम का इरादा मुंबई जाकर मजदूरी करना था।
असम पुलिस को न्यू बंगाईगांव रेलवे स्टेशन स्थित जीआरपी थाने के ओसी ने बताया कि आरपीएफ के साथ चलाए गए संयुक्त अभियान में दो बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। सतर्क रेलवे सुरक्षा कर्मियों ने उनकी योजना को विफल कर दिया। उन्होंने बताया कि दोनों भाई बांग्लादेश के राजशाही जिले के निवासी हैं। वे दलाल की मदद से मेघालय के दावकी में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के रास्ते दूसरी तरफ आए थे।
गिरफ्तार घुसपैठियों द्वारा दिए गए इकबालिया बयानों का हवाला देते हुए जीआरपी अधिकारी ने कहा कि उनकी योजना मेघालय से असम और फिर मुंबई जाने की थी। जीआरपी अधिकारी ने कहा कि उनके पास से पश्चिम बंगाल में बने फर्जी भारतीय आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि एक बड़ा सीमा पार नेटवर्क भारत के विभिन्न राज्यों में अवैध प्रवासियों को व्यवस्थित तरीके से भेज रहा है। नेटवर्क के बारे में जानकारी निकालने के लिए खुफिया और आव्रजन अधिकारियों के समन्वय में गिरफ्तार दोनों लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 22 और 23 जून को गुजरात से आए 22 बांग्लादेशी घुसपैठियों को कछार जिला अंतर्गत कटिगोरा पुलिस ने अलग-अलग कार्रवाई में गिरफ्तार किया था, जिनमें बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल थे। गिरफ्तार बांग्लादेशी पिछले 6 वर्षों से सूरत में मजदूरी कर रहे थे।
कुछ दलालों की मदद से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर बांग्लादेश लौटते समय स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और बाद में उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया था। कटिगोरा थाना पुलिस के अनुसार पिछले एक महीने में करीब 100 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कुछ को भारतीय आव्रजन अधिनियम के तहत सीमा पुलिस ने वापस बंग्लादेश भेज दिया है।————–
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
