
अल्मोड़ा, 26 जून (Udaipur Kiran) । पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर स्थिति में कमियां अब तक दूर नहीं हो सकीं हैं। ऐसे ही एक मामले में बुधवार को चौखुटिया से दो एंबुलेंस भी एक महिला को अस्पताल नहीं पहुंचा सकी। एक के बाद एक एम्बुलेंस के खराब होने से गर्भवती महिला को दिक्कतों से जूझना पड़ा। परिजनों ने बमुश्किल टैक्सी की सहायता लेकर महिला को अस्पताल पहुंचाया।
ज्ञात हो इससे पहले एक बहन को अपने भाई के शव को 195 किलोमीटर दूर टैक्सी की छत पर बांध कर ले जाना पड़ा था। दरअसल दोनों ही हल्द्वानी की एक कंपनी में साथ नौकरी करते थे। अचानक एक दिन भाई की तबियत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में बहन ने भर्ती कराया। इलाज के दौरान भाई की मौत हो गई, भाई के शव को ले जाने के लिए पैसे कम पड़ जाने के चलते बहन को मजबूरी में अपने भाई के शव को टैक्सी की छत पर बांध कर ले जाना पड़ा था। जिस पर कड़ाई की बात कही गई थी।
वहीं अब आए इस नए मामले में नगर पंचायत के गनाई निवासी गर्भवती महिला संजना देवी पत्नी विजय कुमार को बुधवार को दर्द होने पर करीब साढ़े आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौखुटिया लाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने महिला को रानीखेत रेफर कर दिया। एंबुलेंस की सहायता से उन्हें रानीखेत भेजा गया।
संजना के पति विजय कुमार के अनुसार, एंबुलेंस महाकालेश्वर में खराब हो गई। आधे घंटे तक एंबुलेंस महाकालेश्वर के पास ही खड़ी रही, आधे घंटे बाद वह किसी तरह एंबुलेंस ठीक हो सकी। तब जाकर महिला द्वाराहाट पहुंच सकी। द्वाराहाट से महिला को दूसरी एंबुलेंस में बिठाया गया, लेकिन दूसरी एंबुलेंस भी मिरई के पास ही खराब हो गई। फिर से एंबुलेंस के खराब होने से परिजन परेशान हो गए। अधिक देरी होने पर दिक्कतें बढ़ने की भी संभावनाएं थी। अंत में महिला के पति ने निजी खर्च पर 1500 रुपए में एक टैक्सी किराए पर ली। तब जाकर महिला को किसी तरह नागरिक चिकित्सालय रानीखेत पहुंचाया गया। उनका कहना है कि पहले चौखुटिया से मिली एंबुलेंस में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन मौजूद थी, लेकिन दूसरे 108 वाहन में वह भी मौजूद नहीं थी।
(Udaipur Kiran) / DEEPESH TIWARI
