
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । बाहरी उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान मोहम्मद अकबर (32) और रूपेंद्र कुमार (36), दोनों दिल्ली निवासी, के रूप में हुई है। आरोपित नकली वेबसाइट और फर्जी जॉब कंसल्टेंट बनकर लोगों से पैसे ऐंठते थे।
बाहरी उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्तहरेश्वर स्वामी ने सोमवार को बताया कि रोहिणी सेक्टर-28 निवासी शिकायतकर्ता एक महिला ने बताया था कि उन्हें एक व्यक्ति ने ‘स्टेप्स 4 कैरियर.कॉम’ के नाम से नौकरी दिलाने का झांसा दिया और “पैनल एडवोकेट” की पोस्ट के लिए 39,498 रुपये विभिन्न शुल्कों के रूप में वसूले, लेकिन भुगतान के बाद न तो नौकरी मिली, न पैसा लौटा। शिकायत पर मामला दर्ज किया गया।
इंस्पेक्टर गोविंद सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम ने तकनीकी निगरानी के जरिये पता लगाया कि ठगी की रकम एक्सिस बैंक और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के खातों में ट्रांसफर की गई थी। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अकबर और रूपेंद्र को दिल्ली से गिरफ्तार किया, जबकि तीसरा आरोपित प्रद्युमन पांडे अब भी फरार है। जांच में सामने आया कि प्रद्युमन पांडे मुख्य मुख्य आरोपित है, जो दूसरों के बैंक खातों का इस्तेमाल ठगी की रकम जमा करने के लिए करता था। रूपेंद्र मध्यस्थ की भूमिका निभाता था, जो अकबर और अन्य स्थानीय लोगों के खातों की व्यवस्था करता था। बदले में वह 10 प्रतिशत कमीशन लेता था। गिरफ्तारी के दौरान दो मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, चेकबुक और सिम कार्ड जब्त किए गए हैं। रूपेंद्र पर पहले से दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे फर्जी वेबसाइटों या व्हाट्सऐप संदेशों के माध्यम से आने वाले जॉब ऑफर्स से सतर्क रहें।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
