जम्मू, 26 जून (Udaipur Kiran) । डोगरी संस्था जम्मू ने कुंवर वियोगी ऑडिटोरियम, डोगरी भवन, कर्ण नगर जम्मू में आयोजित एक शोक सभा में स्वर्गीय उषा किरण ‘किरण’ को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जो एक प्रख्यात डोगरी कवियित्री थीं और जिनका हाल ही में निधन हो गया। इस सभा में कई डोगरी लेखकों और उषा किरण के परिवार के सदस्यों ने भाग लिया और डोगरी साहित्य, विशेष रूप से कविता में दिवंगत आत्मा के योगदान पर प्रकाश डाला।
प्रो. वीणा गुप्ता, उप प्रधान डोगरी संस्था जम्मू ने कवयित्री के रचनात्मक कार्यों और जीवन रेखा पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर डोगरी संस्था जम्मू के प्रधान पदमश्री प्रो. ललित मगोत्रा ने प्रसिद्ध गीतकार के दुखद असामयिक निधन पर अपना दुख साझा करते हुए कहा कि वह न केवल एक बहुत अच्छी कवयित्री थीं, बल्कि मातृभाषा और क्षेत्रीय सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति उनका प्रेम सराहनीय और दूसरों के लिए प्रेरणादायी था। उन्होंने आगे कहा कि हमें उनके जीवन से यह सीख लेनी चाहिए कि कैसे हम सभी बाधाओं के बावजूद अपने पारिवारिक दायित्वों और सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा कर सकते हैं। यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति ही थी कि उन्होंने इसे अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और अपने भीतर की अभिव्यक्ति के लिए कविता को चुना। डोगरी संस्था जम्मू के महामंत्री राजेश्वर सिंह ‘ राजू ‘ ने दिवंगत आत्मा के प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि वह हमेशा ही न केवल उनसे बल्के सभी से स्नेहपूर्ण व्यवहार करते हुए मातृभाषा डोगरी में अधिक से अधिक योगदान देने का आह्वान सा करतीं। उनका असमय चले जाना व्यक्तिगत आघात है।
जिन अन्य लोगों ने उषा किरण के साथ अपना घनिष्ठ संबंध साझा किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, उनमें इंद्रजीत केसर, विजय वर्मा, रणधीर सिंह रायपुरिया, सुशील बेगाना, अरविंदर सिंह ‘अमन’, कृष्ण प्रेम, प्रो.अर्चना केसर, डॉ. बंसी लाल शर्मा, डॉ. अशोक खजूरिया, सुदेश राज, पूनम शर्मा और पवन वर्मा तथा उनका सुपुत्र और अन्य परिवार के सदस्य शामिल रहे ।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
