Uttrakhand

चंपावत जिला अस्पताल में बिना सर्जरी हुआ लीवर एबसैस का इलाज

जिला चिकित्सालय में शल्य चिकित्सा करते डॉक्टर

चंपावत, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । चंपावत जिला चिकित्सालय में पहली बार बिना सर्जरी के लीवर एबसैस रोग का सफल इलाज कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

पाटी विकासखंड निवासी 30 वर्षीय दीवान सिंह को पेट में लगातार दर्द, बुखार और कमजोरी की शिकायत थी। लंबे समय तक इलाज कराने के बावजूद राहत न मिलने पर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, जहां जांच में उनके लीवर में मवाद (लीवर एबसैस) की पुष्टि हुई।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान ने जानकारी दी कि पहले इस प्रकार के मामलों में बड़ी शल्यक्रिया अनिवार्य होती थी, परंतु अब अस्पताल में उपलब्ध अल्ट्रासाउंड गाइडेड पिग टेल कैथेटराइजेशन तकनीक की मदद से बिना ऑपरेशन ही मवाद को सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया।

इस प्रक्रिया में त्वचा पर एक छोटा सा छेद किया गया, और अल्ट्रासाउंड की सहायता से विशेष ट्यूब से मवाद निकाला गया। यह तरीका न केवल सुरक्षित और दर्द रहित है, बल्कि रोगी को शीघ्र राहत देता है और अस्पताल में भर्ती रहने की अवधि भी कम कर देता है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हीरा सिंह ह्यांकी ने बताया कि यह उपलब्धि अस्पताल के चिकित्सा स्टाफ के उत्कृष्ट टीमवर्क और समर्पण का परिणाम है। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप सिंह बिष्ट, सर्जन डॉ. लता, तथा नर्सिंग स्टाफ बबीता और लता ने इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

डॉ. चौहान ने यह भी बताया कि सीमांत क्षेत्रों में अब बड़े शहरों जैसी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं, जो मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और राज्य सरकार के समर्पित प्रयासों का परिणाम है। यह उपलब्धि चंपावत जनपद के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

(Udaipur Kiran) / राजीव मुरारी

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