Jammu & Kashmir

मारुति सुजुकी के मानेसर प्लांट में निर्मित 116 वाहनों को लेकर ट्रेन दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग गुड्स शेड पहुँची

मारुति सुजुकी के मानेसर प्लांट में निर्मित 116 वाहनों को लेकर ट्रेन दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग गुड्स शेड पहुँची

श्रीनगर, 3 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । शुक्रवार को कश्मीर को उत्तर रेलवे के जम्मू डिवीजन से पहला ऑटोमोबाइल रेक मिला जिससे नए वाहन सीधे विनिर्माण संयंत्रों से घाटी में पहुँचे।

अधिकारियों ने बताया कि मारुति सुजुकी के मानेसर प्लांट में निर्मित 116 वाहनों को लेकर यह ट्रेन शुक्रवार सुबह दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग गुड्स शेड पहुँची। इस ऑटोमोबाइल वाहक का आगमन कश्मीर में ऑटोमोबाइल के परिवहन में एक मील का पत्थर है।

रेल सेवाओं के अभाव में नए वाहनों को ज्यादातर जम्मू से घाटी में स्थित बिक्री डीलरशिप तक ले जाना पड़ता था। लगभग 300 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर जम्मू से नए वाहनों के परिवहन में अक्सर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था खासकर सर्दियों के मौसम में जब खराब मौसम और भूस्खलन के कारण सड़क अक्सर बंद रहती है।

मारुति सुजुकी इंडिया के एक प्रवक्ता ने बताया कि ट्रेन के ज़रिए कश्मीर घाटी में वाहनों की पहली खेप भेजने के साथ कंपनी भारत की पहली ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी बन गई है जिसने इस क्षेत्र में वाहन भेजने के लिए भारतीय रेलवे की सेवाओं का उपयोग किया है।

रेल अधिकारी ने बताया कि ब्रेज़ा, डिज़ायर, वैगनआर और एस-प्रेसो जैसी 100 से ज्यादा मारुति सुज़ुकी गाड़ियों को लेकर पहली ट्रेन कंपनी के हाल ही में उद्घाटन किए गए मानेसर प्लांट रेलवे साइडिंग से कश्मीर पहुंची ।

अर्थव्यवस्था और जीवन में रेल परिवहन के महत्व पर ज़ोर देते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह रेलवे लाइन जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव है।

मंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में घाटी से सेब जम्मू-कश्मीर रेल लिंक का उपयोग करके पहुँचा गए हैं। अब मारुति सुज़ुकी कारों को रेल द्वारा कश्मीर घाटी पहुँचाया जाएगा। जम्मू-श्रीनगर रेलवे लाइन जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव है।

मारुति सुज़ुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने कहा कि रेलवे डिस्पैच उनकी लॉजिस्टिक्स रणनीति का केंद्र बिंदु है।

उन्होंने कहा कि चिनाब में दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे आर्च ब्रिज एक मील का पत्थर है जो कश्मीर घाटी के लिए निर्बाध और कुशल कनेक्टिविटी को सक्षम बनाता है और मारुति सुज़ुकी को इस क्षेत्र में ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करने में सक्षम बनाता है।

इस कदम की सराहना करते हुए स्थानीय मारुति डीलरशिप ने कहा कि इस कदम से विनिर्माण संयंत्रों से घाटी तक वाहनों का परिवहन आसान हो जाएगा।

घाटी में मारुति की सबसे बड़ी डीलरशिप जामकाश व्हीकल्स (कश्मीर) प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक इरफान अहमद नरवारू ने कहा कि यहाँ सड़क की हालत अच्छी नहीं है इसलिए ट्रेन (रेलवे डिस्पैच) एक अच्छी बात है। पहले कारें जम्मू से कश्मीर तक राजमार्ग के रास्ते जाती थीं लेकिन अब इससे बचा जा सकता है। नरवारू ने कहा कि इस कदम से ग्राहकों को फायदा होगा। पहले नई कारें ग्राहकों को मिलने तक लगभग 300 किलोमीटर चल चुकी होती थीं। इससे समय की भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि अब उपलब्धता कोई समस्या नहीं होगी।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

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