
-ग्रामीणों ने मुआवजे और राहत की मांग झज्जर, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा के झज्जर जिले के माजरा दूबलधन गांव में पिछले एक महीने से जलभराव ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। खेतों का सड़ा पानी गलियों, मंदिरों, स्कूल और घरों में घुस गया है, जिससे पेयजल, पशुचारा और जलजनित रोगों की समस्या गंभीर हो गई है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गांव को जलआपदा प्रभावित घोषित कर मकान और फसलों के नुकसान का मुआवजा देने की मांग की।
ग्रामीण दयानंद ने बताया कि बेरी की एसडीएम रेणुका नांदल ने दौरा किया, लेकिन जल निकासी में कोई प्रगति नहीं हुई। उन्हाेंने कहा कि वाटर वर्क्स में दो फीट पानी, दोनों बूस्टर खराब और लोहारू कैनाल की एकमात्र मोटर काम कर रही है। जल निकासी सिस्टम पूरी तरह नाकाम रहा है। बीमान पाने का कालियाला जोहड़, तिहाग मोहल्ला, हरिजन और संताली कॉलोनी जलमग्न हैं। बाबा मोहन दास, श्याम और बुद्धो माता मंदिर भी पानी से घिरे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि जल निकासी सिस्टम की नाकामी के कारण माजरा गांव में बाढ़ के हालात बन गए हैं। जल निकासी सिस्टम की होदियों व पाइपें भी अटी हुई हैं। जिला प्रशासन से लोगों ने मांग की है कि माजरा गांव को जलआपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करके मकान व फसलों के नुकसान का मुआवजा दिया जाए।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
