Uttar Pradesh

जल संरक्षण की परंपरा प्राचीन काल से : डॉ. रामनरेश पाल

भूजल सप्ताह के अवसर पर उपस्थित छात्र छात्राए एवं मुख्य अतिथि

– भू-जल संरक्षण विश्व संरक्षण की कुंजी : डॉ. सेफालिका राय

– पुरातत्व धरोहरों की मोबाइल प्रदर्शनी व व्याख्यान आयोजित

मीरजापुर, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । भू-जल सप्ताह के अवसर पर मंगलवार को रामबाग चुनार स्थित श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार इंटर कॉलेज में दो दिवसीय पुरातत्व धरोहरों की मोबाइल फोटो प्रदर्शनी एवं अभिरुचि व्याख्यान का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई वाराणसी, उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व विभाग, क्षेत्रीय अभिलेखागार वाराणसी और सुरभि शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।

राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित धरोहरों की छायाचित्र प्रदर्शनी और अभिलेखों की झलक क्षेत्रीय अभिलेखागार द्वारा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. सेफालिका राय, शोध संस्थान के प्रभारी अमित चतुर्वेदी एवं समाजसेवी विवेक सिंह शामिल रहे।

अतिथियों का स्वागत क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. रामनरेश पाल ने स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र देकर किया। अपने व्याख्यान में उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की परंपरा सदियों पुरानी है, जिसे पुरातात्विक धरोहरों से समझा जा सकता है। वहीं, डॉ. सेफालिका राय ने भू-जल संरक्षण को वैश्विक संरक्षण से जोड़ते हुए इसके महत्व को रेखांकित किया।

इस मौके पर चित्रकला, निबंध एवं अभिलेख प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया। चित्रकला प्रतियोगिता में कक्षा 10 की कविता बाहो ने प्रथम, क्विंगौसानलू ने द्वितीय व खामा खता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भुवनेश्वरी चौधरी को सांत्वना पुरस्कार मिला।

निबंध प्रतियोगिता में कक्षा 10 की अंजली विश्वकर्मा प्रथम, खुशबू सेठ द्वितीय और पिंगला यादव तृतीय स्थान पर रहीं, जबकि रोशनी सोनकर को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि डॉ. राय, डॉ. पाल और श्री चतुर्वेदी ने पुरस्कृत किया।

कार्यक्रम में रूपेश झा, अभिषेक सिंह, रविकांत सिंह, नीरज पांडेय, रवि प्रकाश सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। समापन पुरातत्व विभाग के राजीव रंजन ने किया।

(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा

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