

भीलवाड़ा, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भीलवाड़ा जिले की जहाजपुर पुलिस ने क्षेत्र में हो रही ट्रैक्टर चोरी की वारदातों का खुलासा करते हुए एक अंतरजिला चोरी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चार चोरी की गई ट्रैक्टर-ट्रॉली बरामद की हैं। यह गिरोह जहाजपुर, काछोला और मांडलगढ़ थाना क्षेत्रों से ट्रैक्टर चोरी कर उन्हें सवाई माधोपुर और दौसा जिले में बेचने का धंधा कर रहा था।
डीएसपी नरेंद्र कुमार पारीक ने बताया कि 3 अक्टूबर को सरसिया निवासी भीम सिंह मीणा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार, 1 अक्टूबर की रात को चैधरी धर्म कांटा के सामने खड़ा उनका ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी हो गया था। शिकायत के बाद थाना अधिकारी राजकुमार नायक के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई और मामले की गहन जांच शुरू की गई।
जांच के दौरान गुरुवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति मेडिया गांव से सरसिया की ओर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर जा रहा है। पुलिस टीम ने तुरंत नाकाबंदी की और संदिग्ध व्यक्ति को रोककर पूछताछ की। प्रारंभ में आरोपित ने अपना नाम और पता कई बार गलत बताया, जिससे पुलिस को शक हुआ।
जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, तो आरोपित ने अपना असली नाम श्यामलाल दरोगा (35) निवासी सरदारजी खेड़ा बताया। गहन पूछताछ में श्यामलाल ने 1 अक्टूबर को जहाजपुर से ट्रैक्टर चोरी करने की बात स्वीकार की।
डीएसपी पारीक के अनुसार, श्यामलाल ने खुलासा किया कि वह चोरी किए गए ट्रैक्टरों को सवाई माधोपुर की ओर ले जाकर बेचता था। उसने बताया कि उसके साथ कई अन्य साथी भी इस धंधे में शामिल हैं। श्यामलाल की निशानदेही पर पुलिस टीम सवाई माधोपुर क्षेत्र में पहुंची और वहां से तीन और ट्रैक्टर-ट्रॉली बरामद की गईं। इनमें एक ट्रैक्टर-ट्रॉली जहाजपुर, जबकि दो ट्रॉली काछोला और मांडलगढ़ थाना क्षेत्रों से चोरी की गई थीं।
पुलिस ने मुख्य आरोपित श्यामलाल दरोगा के साथ उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। इनमें घमंडी राम मीणा निवासी घाटा नैनवाड़ी, सवाई माधोपुर, मनकेश मीणा निवासी घाटा नैनवाड़ी, सवाई माधोपुर, रामभरोसी लाल निवासी रतनपुरा, दौसा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह राजस्थान के कई जिलों में सक्रिय था और कृषि यंत्रों व ट्रैक्टरों की चोरी में विशेषज्ञता रखता था।
थाना अधिकारी राजकुमार नायक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों से अन्य चोरी की घटनाओं के बारे में पूछताछ जारी है। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि गिरोह के सदस्य ट्रैक्टरों की नंबर प्लेट बदलकर और नकली दस्तावेज तैयार कर उन्हें दूरदराज के इलाकों में बेचते थे। नायक ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें रवाना की गई हैं।
डीएसपी नरेंद्र कुमार पारीक ने कहा कि पुलिस अब गिरोह के सप्लाई चैन और खरीदार नेटवर्क की भी जांच कर रही है। उनका कहना है कि ट्रैक्टर जैसी बड़ी मशीनरी की चोरी बिना संगठित गिरोह के संभव नहीं होती। हम इस गिरोह से जुड़े सभी लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं,।
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(Udaipur Kiran) / मूलचंद
