Uttar Pradesh

आज की पीढ़ी को विभाजन की दर्द भरी विभीषिका को जानने की आवश्यकता: दर्शना सिंह

भाजपा कार्यालय में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते मुख्य वक्ता राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह  का छाया चित्र

विभाजन विभीषिका दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन, निकाला गया मौन जुलूस

प्रयागराज, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । आज की पीढ़ी को सिर्फ ये पता है कि भारत आजाद कब हुआ ये नहीं पता कि विभाजन का दर्द क्या होता है। उक्त बात स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सिविल लाइन स्थित भाजपा कार्यालय में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते मुख्य वक्ता राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने कहा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी ऐसा प्रयास नहीं किया क्योंकि बंटवारे की जिम्मेदार कांग्रेस जो थी। धर्म के आधार पर बंटवारा किया गया। 15 से 20 लाख लोग मारे गए। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के माध्यम से देश के बंटवारे की त्रासदी को याद कर रहा है। यह हमारे इतिहास के उस दुखद अध्याय के दौरान असंख्य लोगों द्वारा झेले गए दुख और पीड़ा को स्मरण करने का दिन है। यह दिन उनके साहस और आत्मबल को सम्मान देने का भी अवसर है। उन्होंने अकल्पनीय कष्ट सहने के बाद भी एक नई शुरुआत करने का साहस दिखाया। विभाजन से प्रभावित ज्यादातर लोगों ने ना सिर्फ अपने जीवन को फिर से संवारा, बल्कि असाधारण उपलब्धियां भी हासिल कीं। यह दिन हमें अपनी उस जिम्मेदारी की भी याद दिलाता है कि हम सौहार्द और एकता की भावना को सुदृढ़ बनाए रखें, जो हमारे देश को एक सूत्र में पिरोकर रखती है।

भारतीय इतिहास में 14 अगस्त मात्र एक तारीख नहीं, एक त्रासदी है। उस इतिहास को जानना जरूरी है। देश को बांटने वाले संविधान बचाने की बात करते हैं। कांग्रेस ने देश की जनता को गुमराह करने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को जोड़ने व विश्व गुरु बनाने के लिए काम कर रहे हैं। सबका साथ सबका विकास के मार्ग पर चलकर सरकार काम कर रही है। आज भारत आत्मनिर्भर है। आज भारत सबसे तेज गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में हैं। लेकिन इससे डरी हुई कुछ ऐसी शक्तियां भी भारत के खिलाफ लगी हैं जो भारत को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। आज ही के दिन, संकीर्ण मजहबी कट्टरता और नफरत की नीतियों ने भारत माता को बांटने का षड्यंत्र रचा, जिसकी परिणति दंगों, निर्दोषों की हत्याओं और तड़पती मनुष्यता के रूप में सामने आई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि 14 अगस्त विभाजन की विभीषिका को महसूस करने का दिन है। महिलाओं बच्चों के साथ अत्याचार की पराकाष्ठा पार कर दी गई थी। ऐसी विभाजन विभीषिका को आज देश को जानने समझने की आवश्यकता है।

संगोष्ठी के बाद भाजपा कार्यालय से लोकसेवा आयोग चौराहे तक मौन जुलूस निकाला गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक आनंद सोनकर ने किया। मंच पर राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह, फूलपुर सांसद प्रवीण पटेल, पूर्व मंत्री डॉ नरेंद्र कुमार सिंह गौर, राजेंद्र मिश्र, अनामिका चौधरी, आकांक्षा सोनकर, उपस्थिति रही l

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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

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