
जयपुर, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । आज पत्रकारिता मिशन एक व्यवसाय बन गया है। ऐसे में पत्रकारिता में आज अच्छे लोगों की बहुत ज़रूरत है। भावी पत्रकारों को लेखन शैली—भाषा और तकनीकी दक्षता में निपुण होना होगा। तभी वे आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सफल हो सकेंगे। वरिष्ठ पत्रकार गुलाब बत्रा ने हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान श्रृंखला के दौरान उक्त विचार व्यक्त किए।
गुलाब बत्रा ने अपने 55 वर्षों के पत्रकारिता के करियर और अनुभवों के बारे में विस्तार से बातचीत करते हुए कहा कि पत्रकारों को विभिन्न तरह की किताबें पढ़ने की आदत को बनाये रखना चाहिए। साथ ही, वरिष्ठ पत्रकारों को भी नए पत्रकारों के लेखन को देखना-परखना चाहिए तभी वे आज की पीढ़ी के संघर्षों से परिचित हो सकेंगे।
पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित साप्ताहिक व्याख्यान श्रृंखला की कड़ी में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में गुलाब बत्रा ने मुख्य वक्ता के बतौर विद्यार्थियों के सवालों के भी जवाब दिए। उन्होंने आपातकाल में पत्रकारों के ऊपर थोपी गई पाबंदियों का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की कलम में सरस्वती का साक्षात निवास होता है, इसलिए पत्रकारों की अपनी कलम का प्रयोग काफ़ी सोच समझकर करना चाहिए।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर नंदकिशोर पांडेय ने की। उन्होंने मुख्य वक्ता गुलाब बत्रा का शॉल ओढ़ाकर और श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। स्वागत उद्बोधन करते हुए कुलगुरु प्रोफेसर पांडेय ने कहा कि गुलाब बत्रा का जीवन पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा है। जिससे वे पत्रकारिता के पेशे की खूबियाँ सीख सकते हैं।
इस कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता संकाय के अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ. सत्येंद्र बसवाल ने किया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया
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(Udaipur Kiran)