
जम्मू, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । टाइगर डिवीजन ने द्वितीय जम्मू-कश्मीर बटालियन की 120 बालिका कैडेटों के लिए दो सप्ताह का एनसीसी सेना प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जो 24 सितंबर को शुरू हुआ। इस शिविर में कठोर प्रशिक्षण, सैन्य जीवन से परिचय और प्रेरक संवाद का एक समृद्ध मिश्रण प्रदान किया गया, जिसका उद्देश्य युवा कैडेटों में अनुशासन, टीम वर्क और नेतृत्व गुणों का पोषण करना था।
एक परिवर्तनकारी अनुभव के रूप में डिज़ाइन किए गए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शारीरिक और बौद्धिक दोनों तरह की गतिविधियों को शामिल किया गया जिससे कैडेट भारतीय सेना के चरित्र से परिचित हुए। उन्होंने सामूहिक कार्यों और नेतृत्व अभ्यासों में भाग लिया, जिससे उनकी सहनशक्ति का परीक्षण हुआ, उनकी दृढ़ता बढ़ी और सौहार्दपूर्ण वातावरण बना।
इस शिविर में केवल शारीरिक फिटनेस पर ही नहीं बल्कि जिम्मेदारी, आत्मविश्वास और राष्ट्र सेवा की भावना विकसित करने पर भी ज़ोर दिया गया। इस यात्रा में भारतीय सेना के साथ विभिन्न नई पीढ़ी के हथियारों और उपकरणों का अनुभव भी शामिल था।
युद्ध संग्रहालय के एक विशेष भ्रमण ने कैडेटों को भारत के समृद्ध सैन्य इतिहास, उसकी गौरवशाली परंपराओं और राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों के बलिदान की गहन झलक प्रदान की।
शिविर का समापन टाइगर डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के साथ एक संवाद के साथ हुआ जिसमें उन्होंने कैडेटों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए अनुशासन और समर्पण को जीवन के मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया।
शिविर के समापन तक कैडेटों ने स्पष्ट परिवर्तन, आत्मविश्वास में वृद्धि, नेतृत्व क्षमता और भारत के भविष्य के पथप्रदर्शक के रूप में समाज और राष्ट्र के प्रति योगदान देने की अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
