
नारनाैल, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । नारनौल में नौ दिनों से जारी दुर्गा पूजा महोत्सव के बाद गुरूवार को दशहरे पर शहर की प्रमुख संस्था टाइगर क्लब परिवार ने हरिद्वार पहुंचकर गंगाजी के घाट पर माता रानी की मूर्ति का विसर्जन किया।
टाइगर क्लब परिवार के प्रधान राकेश यादव ने बताया कि माता रानी की मिट्टी की मूर्ति का विसर्जन हरिद्वार में माँ गंगा मैया के घाट पर किया गया। सबसे पहले माता की विधिवत आरती हरिद्वार विद्या पीठ के आचार्य पंडित बह्मदत्त कौशिक के सानिध्य में की गई, इसके पश्चात माता रानी की मूर्ति का विधिवत गंगा मैया में विसर्जन किया गया। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के नौ दिनों की पूजा और साधना पूरी होने के बाद, दशमी तिथि को मां दुर्गा का विसर्जन किया जाता है। यह दिन विजयादशमी कहलाता है जिस तरह नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की आराधना की जाती है, उसी तरह उनके विदाई संस्कार का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन माता डोली पर प्रस्थान करेंगी। जो घर और परिवार के लिए सुख.शांति का प्रतीक माना जाता है।
उन्होंने बताया कि माता की मूर्तियों के विसर्जन के दौरान ‘गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठे स्वस्थानं परमेश्वरि। पूजाराधनकाले च पुनरागमनाय च।।’ मंत्र का उच्चारण करते हुए उन्हें भावपूर्ण विदाई दी गई। जो माँ को अगले वर्ष फिर से आने का निमंत्रण भी है। यह प्रक्रिया माँ के धरती से पृथ्वी और जल में लीन होने का प्रतीक है, जिससे जीवन चक्र का बोध होता है और यह बुराई पर अच्छाई की जीत का भी संदेश देती है। इस मौके पर टाइगर क्लब परिवार के प्रधान राकेश यादव, सचिव नरेंद्र बन्सी, कार्यक्रम संयोजक प्रवीण यादव, वरिष्ठ सदस्य नवीन वशिष्ठ, कार्यक्रम प्रचार मंडल अध्यक्ष मनीष सैनी आदि मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
