
भोपाल, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। राज्य में इन दिनों एक साथ तीन वेदर सिस्टम सक्रिय हैं, जिनके चलते लगभग पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। उत्तर और पश्चिमी हिस्सों से एक मानसून ट्रफ गुजर रही है, जबकि दूसरी ट्रफ प्रदेश के मध्य भाग से होकर निकल रही है। इसके अलावा, दक्षिणी मध्यप्रदेश में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है। इन तीनों सिस्टम का असर यह है कि आसमान में लगातार बादल छाए हुए हैं और कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए अगले चार दिन के दौरान बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 26 जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। शिवपुरी में सबसे अधिक 1 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। गुना और रतलाम में लगभग 1 इंच, सागर में पौन इंच, जबकि भोपाल, मंडला और रायसेन में आधा इंच पानी गिरा। इसके अलावा बैतूल, दतिया, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, पचमढ़ी, शाजापुर, उमरिया, छिंदवाड़ा, दमोह, रीवा, सतना और मलाजखंड सहित कई जिलों में भी वर्षा दर्ज की गई।इस बार सामान्य से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसून ने 16 जून को दस्तक दी थी। तब से अब तक औसतन 33.1 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य आंकड़ा इस अवधि तक 27 इंच का होता है। यानी इस बार अब तक 6.1 इंच अधिक वर्षा हो चुकी है। मध्यप्रदेश की वार्षिक सामान्य वर्षा औसतन 37 इंच मानी जाती है। इस लिहाज से अब तक 89 प्रतिशत बारिश पूरी हो चुकी है।
विभिन्न संभागों की स्थिति पर नजर डालें तो पूर्वी मध्यप्रदेश के जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में अब तक अच्छी वर्षा दर्ज की गई है। छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, उमरिया समेत कई जिलों में तो हालात बाढ़ जैसे बन गए थे। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में भी इस बार मानसून काफी सक्रिय रहा है। यहां के 8 जिलों में से 7 में कोटे से अधिक वर्षा हो चुकी है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना और श्योपुर शामिल हैं। दतिया जिले में भी 92 प्रतिशत से अधिक बारिश दर्ज की गई है।इसके उलट इंदौर और उज्जैन संभाग में इस बार मानसूनी सिस्टम की सक्रियता कम रही है। इन दोनों संभागों के 15 में से 9 जिलों में तो कोटे की आधी बारिश भी नहीं हुई है। इससे किसानों और स्थानीय प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं।
मौसम विभाग ने आज शुक्रवार को श्योपुर, मंदसौर और नीमच जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 घंटे में 8.5 इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, रतलाम, आगर-मालवा, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश की चेतावनी के तहत येलो अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं, अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम वैज्ञानिक शिवांग बाकोड़े के अनुसार, बालाघाट, पांढुर्ना, सीधी, सिंगरौली, रीवा, चित्रकूट, उत्तरी पन्ना में बिजली के साथ मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है, साथ ही मऊगंज, सतना, मैहर, छतरपुर, दक्षिणी पन्ना, निवाड़ी, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन में हल्की बारिश जारी रहने की संभावना है। फिलहाल प्रदेश में जो तीन सिस्टम सक्रिय हैं, वे अगले चार से पांच दिनों तक असर दिखा सकते हैं। एक ट्रफ दतिया और सीधी से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। दूसरी ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश के केंद्र से गुजर रही है, जबकि दक्षिणी हिस्सों में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जो मॉनसून की गति और दिशा को प्रभावित कर रहा है। इन तीनों सिस्टम के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए भी अलर्ट जारी किया है। 23 अगस्त को नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। जबकि अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। 24 अगस्त को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर और शहडोल में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि इन तारीखों में पश्चिमी और मध्य जिलों में भी कुछ स्थानों पर अचानक तेज बारिश हो सकती है, इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।
राजधानी भोपाल की बात करें तो आने वाले 24 घंटे के दौरान शहर और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। इस दौरान गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं, जिनकी रफ्तार 16 से 18 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है। तापमान की बात करें तो अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. मयंक चतुर्वेदी
