HimachalPradesh

केंद्रीय विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला बुधवार से

धर्मशाला, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएचपी) में 15 से 17 अक्‍तूबर तक आपदा न्यूनीकरण एवं रणनीतियां : जोखिम से लचीलेपन तक और प्राकृतिक एवं मानवजनित आपदाओं के विरुद्ध तैयारी को सुदृढ़ बनाना विषय पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। कार्यशाला का आयोजन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), कांगड़ा और एस्टन विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम तथा नेशनल डोंग ह्वा विश्वविद्यालय, ताइवान के साथ तकनीकी साझेदारी में किया जा रहा है।

इस कार्यशाला का उद्देश्य भारत और विदेश के विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और व्यवसायियों को आपदा तैयारी, जोखिम न्यूनीकरण और सतत लचीलापन निर्माण की रणनीतियों पर विचार-विमर्श हेतु एक साथ लाना है। यह कार्यशाला भूस्खलन और बाढ़ आपदाओं, आपदा के रूप में अपशिष्ट, जंगल की आग और जैव विविधता हानि और परमाणु, रासायनिक और जैविक (एनबीसी) आपदाओं पर केंद्रित होंगी।

आयोजन समिति का नेतृत्व पृथ्वी एवं पर्यावरण विज्ञान स्‍कूल के अधिष्‍ठाता प्रो. दीपक पंत कर रहे हैं, जो कार्यशाला के संयोजक हैं। वहीं डॉ. अरुण धवन, डॉ. अरुण कुमार और डॉ. ऋतम्बरा हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से सह-संयोजक हैं। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), कांगड़ा की आयोजन टीम में एडीएम शिल्पी बेक्टा, रॉबिन कुमार और महिमा चौधरी शामिल हैं, जो आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियों के सहयोग से क्षेत्र-स्तरीय व्यवस्था, तकनीकी सहायता और प्रदर्शन सत्रों का सक्रिय रूप से समन्वय कर रहे हैं।

(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया

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