
जयपुर, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । जवाहर कला केन्द्र की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में ‘मधुरम’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। 18 से 20 अगस्त तक होने वाले तीन दिवसीय उत्सव में कला प्रेमी गायन, वादन, नृत्य और रंगमंच से जुड़ी प्रस्तुतियों का लुत्फ उठा सकेंगे।
18 अगस्त को सानिया पाटनकर की शास्त्रीय गायन प्रस्तुति होंगी। इसमें विभिन्न शास्त्रीय रागों के गायन के जरिए संगीत की खूबसूरती से साक्षात्कार होगा। सानिया पाटनकर जयपुर घराने की प्रसिद्ध गायिका पद्मश्री अश्विनी भिडे देशपांडे की शिष्या हैं। केंद्र में 4 अगस्त से जारी पारंपरिक लोकनृत्य कार्यशाला का समापन समारोह 19 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। कार्यशाला में 40 से अधिक प्रतिभागी पं. राजेन्द्र राव के निर्देशन में लोकनृत्य के गुर सीख रहे है। समापन के अवसर पर घूमर, चिरमी, चरी नृत्य, सावन के गीतों और राधा कृष्ण के प्रसंगों को सामूहिक प्रस्तुति में नृत्य प्रस्तुति में दर्शाया जाएगा। 20 अगस्त को गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी, वृन्दावन के कलाकार नृत्य नाटिका ‘भ्रमर’ पेश करेंगे। इसका लेखन छैल बिहारी उपाध्याय ‘छैल’ ने जबकि परिकल्पना व निर्देशन प्रो. दिनेश खन्ना ने किया है। राधा, कृष्ण व गोपियों के वेश में तैयार कलाकार संगीत और रंगमंच के रंग में रंगी प्रस्तुति में भगवान श्रीकृष्ण की लीला को मंच पर साकार करेंगे। सभी प्रस्तुतियां रंगायन सभागार में शाम 6:30 बजे होगी।
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(Udaipur Kiran)
