
जम्मू, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । छात्र शहादत दिवस के अवसर पर जीजीएम साइंस कॉलेज, जम्मू में 1966 के ऐतिहासिक छात्र आंदोलन के वीर शहीदों को नमन करते हुए तीन दिवसीय क्रमिक उपवास की शुरुआत की गई। यह कार्यक्रम उन चार छात्र शहीदों — बृज मोहन शर्मा, सुभाष चंद्र, गुलशन हांडा और गुरुचरण सिंह — की स्मृति में आयोजित किया गया जिन्होंने जम्मू में उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना और कृषि विश्वविद्यालय को जम्मू से कश्मीर स्थानांतरित करने के विरोध में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
श्रद्धांजलि समारोह में जम्मू क्लस्टर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के.एस. चंद्रशेखर, जीजीएम साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) रोमेश कुमार गुप्ता, संकाय सदस्य और बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे। सभा को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो. (डॉ.) रोमेश कुमार गुप्ता ने कहा कि 1966 के इन छात्र शहीदों की कुर्बानियों ने न केवल जम्मू विश्वविद्यालय, सरकारी मेडिकल कॉलेज और स्कॉस्ट जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की नींव रखी, बल्कि जम्मू के शैक्षिक परिदृश्य को भी नया आकार दिया। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि इन संस्थानों के प्रमुख शायद ही कभी इन शहीदों को याद करते हैं और कहा कि उनकी उपस्थिति शहीदी स्थल पर ही सच्ची श्रद्धांजलि होती।
वहीं, कुलपति प्रो. (डॉ.) के.एस. चंद्रशेखर ने छात्र आंदोलन की अटूट भावना और साहस की सराहना करते हुए कहा कि इन बलिदानों ने जम्मू की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा दी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया। कार्यक्रम ने जम्मू में शिक्षा के अधिकार और संस्थागत समानता के लिए संघर्ष करने वाले इन युवा शहीदों की स्थायी विरासत को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
