
हैदराबाद, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । तेलंगाना में नक्सलियों के डीकेएसजेडसी कैडर सहित राज्य समिति के तीन सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। तेलंगाना के डीजीपी शिवधर रेड्डी के समक्ष आत्मसमर्पण करने वालों में नक्सली संगठन की राज्य समिति के तीन बड़े सदस्य- कुंकती वैंकट्या, उर्फ रमेश, उर्फ विकास, मोमिलिडला वेंकटराज उर्फ राजू उर्फ चंदू, और तोडेम गंगा सोनू, उर्फ सोनी हैं।
तेलंगाना के डीजीपी शिवधर रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, कुंकटी वेंकटय्या उर्फ विकास, मोगिलिचरला वेंकटराजू उर्फ चंदू, तोड़ेम गंगा उर्फ सोनी (छत्तीसगढ़) नक्सली संगठन को छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। सिद्दीपेट जिले के कुंकटी वैंकट्या ने 1990 में लोक निर्माण विभाग की किसान-मजदूर सभाओं में भाग लिया था और उसी वर्ष छिप गए थे। वह पीडब्ल्यूजी (पीपल वार ग्रुप) कमांडर बालन्ना के नेतृत्व में बल में शामिल हुआ। उसके बाद उसने कदम दर कदम तरक्की की और 35 वर्षों तक विभिन्न पदों पर कार्य किया। उसने सरकार के आह्वान को स्वीकार किया और जीवन की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया। इसी तरह हनुमाकोंडा जिले के धर्मसागरम मंडल के ताटिकायला गांव के मोगिलिचर्ला वेंकटराजू(45) क्रांतिकारी गीतों से आकर्षित होकर 11 साल की उम्र में माओवादी आंदोलन में शामिल हो गए। वह 1993 में नरसम्पेटा बल में भर्ती हुए और राज्य स्तरीय समिति में विभिन्न पदों पर कार्य किया। माओवादियों के साथ वैचारिक मतभेदों के कारण उन्होंने पुलिस के आह्वान को स्वीकार कर लिया और अपनी पत्नी तोड़ेम गंगा के साथ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
डीजीपी ने बताया कि हाल के दिनों में 403 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
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(Udaipur Kiran) / नागराज राव
