
नई दिल्ली, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने 31 लाख रुपये के ऑनलाइन निवेश घोटाले का पर्दाफाश कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप के जरिये बुजुर्गों को शेयर बाजार में मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर ठगता था।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी आदित्य गौतम के अनुसार 62 वर्षीय पीड़ित जो एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत हैं, से आरोपितों ने इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप पर संपर्क साधा। उन्हें एक फर्जी निवेश वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया गया और फिर एक व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़कर स्टॉक टिप्स दिए जाने लगे। उसके बाद आईपीओ फंडिंग” और अच्छा मुनाफे का लालच देकर उन्हें लगातार पैसे लगाने को कहा गया। पीड़ित ने कई बार ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से रकम भेजी। लेकिन जब उन्होंने पैसा वापस मांगा तो आरोपिताें ने उन्हें धमकाकर और रकम डालने को मजबूर किया।पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की।
डीसीपी के अनुसार जांच के दौरान सामने आया कि मोहसिन के बैंक खाते में अकेले 5.44 लाख रुपये जमा हुए थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर तीन आराेपिताें काे गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि माेहसिन ने अपना बैंक का करेंट अकाउंट कैफ और नय्यर अली के जरिये एक अन्य साथी को बेच दिया था। गिरोह हर रोज होने वाले लेन-देन पर 1 से 1.5 फीसदी तक कमीशन कमाता था।पकड़े गए आरोपितों की पहचान गाजियाबाद निवासी मोहसिन (37), रघुबीर नगर निवासी नय्यर अली (39) और गोविंदपुरी निवासी कैफ (22) के रूप में हुई है। डीसीपी के मुताबिक क्राइम ब्रांच गिरोह से जुड़े अन्य लोगों और फर्जी वेबसाइट के मास्टरमाइंड का पता लगाने के लिए आराेपिताें से पूछताछ कर रही है।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
