Madhya Pradesh

इस बार रूचिकर एवं आकर्षक आयोजनों से युक्त रहेगा कालिदास समारोह

इस बार रूचिकर एवं आकर्षक आयोजनों से युक्त रहेगा कालिदास समारोह: डॉ.गंधे

उज्जैन, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में इस बार अ.भा.कालिदास समारोह में होनेवाले सारस्वत आयोजनों में देशभर के विद्वान शामिल होंगे। कालिदास संस्कृत अकादेमी के निदेशक डॉ. गोविंद गंधे के अनुसार इस बार रूचिकर एवं आकर्षक आयोजनों से समारोह युक्त रहेगा। श्रोताओं एवं दर्शकों की भीड़ स्वमेव अकादेमी तक खीची चली आएगी।

डॉ.गंधे ने रविवार को बताया कि यह अ.भा. कालिदास समारोह का 67 वां वर्ष है। इस बार समारोह के विशेष आकर्षण राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी, संस्कृत कवि समवाय, दशावधानम् कला प्रदर्शनी, लोकप्रिय व्याख्यानमाला, राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिताऐं, क्षेत्रीय भाषा बोली कवि सम्मेलन रहेंगे। राष्ट्रय शोध संगोष्ठी में कालिदास साहित्य में स्व-बोध विमर्श पर केन्द्रीत स्वात्म गौरव भाव विमर्श, स्वभाव विमर्श, आदर्श परिवार चिन्तन एवं संस्कृति विमर्श विषय पर शोध पत्रों का वाचन आमंत्रित विद्वानों द्वारा किया जाएगा। उन्होने बताया कि सायंकालीन व्याख्यानमाला अन्तर्गत-

* 2 नवंबर को ‘संस्कृति चिन्तक कालिदास’ विषय पर प्रो. प्रयागनारायण मिश्र प्रयागराज मुख्य वक्ता होंगे। समारोह की अध्यक्षता प्रो. मिथिलाप्रसाद त्रिपाठी करेंगे वहीं सारस्वत अतिथि प्रो.विरुपाक्ष जड्डीपाल रहेंगे।

* 3 नवम्बर को ‘कालिदास का परिवार चिन्तन’ विषय पर प्रो. राजेश्वर मिश्र, कुरुक्षेत्र मुख्य वक्ता होंगे। अध्यक्षता प्रो. शिवशंकर मिश्र करेंगे। सारस्वत अतिथि प्रो. देवेन्द्र प्रसाद मिश्र, नईदिल्ली होंगे।

* 4 नवम्बर को ‘कालिदास का स्वात्म गौरव’ विषय पर प्रो. सनन्दन त्रिपाठी, भोपाल मुख्य वक्ता होंगे। अध्यक्षता प्रो.अर्पण भारद्वाज करेंगे। सारस्वत अतिथि प्रो. हरेराम मिश्रा, नईदिल्ली होंगे। इसी सत्र में विशिष्ट व्याख्यन अन्तर्गत आयरलैण्ड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्र होंगे। वे ‘विकसित भारत संकल्प के परिपेक्ष्य में कालिदास का महत्व’ विषय पर (ऑनलाईन व्याख्यान) देंगे।

* 5 नवम्बर को प्रात: 9 बजे कविसमवाय में ‘ऑपरेशन सिंन्दुर के आलोक में कालिदास ‘ विषय पर डॉ. ऋषिकुमार तिवारी वृन्दावन, डॉ. बुद्धेश्वर श्रृँगी मणिपुर, प्रो. भागीरथी नंदा नई दिल्ली, डॉ. शशिकान्त तिवारी बिहार, डॉ. अरविन्द कुमार तिवारी उत्तर प्रदेश, प्रो. रवीन्द्र कुमार पांडा गुजरात, डॉ. वेदव्रत हरिद्वार, डॉ. ऋषिराज पाठक दिल्ली, डॉ. विपिन द्विवेदी उत्तर प्रदेश कविता पाठ करेंग। इसी दिन संस्कृत की प्राचीन कला दशावधानम् का प्रदर्शन बंगलुरू के विद्वान उमा महेश्वर करेंगे।

* 6 नवम्बर को अपरांह 3 बजे क्षेत्रीय भाषा बोली कवि सम्मेलन पहली बार आयोजित होगा। इसके अन्तर्गत शिव चौरसिया,डॉ. राजेश रावल, दिनेश दिग्गज,अशोक नागर शाजापुर,डॉ. श्रीनिवास शुक्ल सीधी , विजय शर्मा खलखाट,राम भदावत खटखाट, सात्विक नीलदीप अयोध्या, सुमन दुबे लखनऊ अपनी भाषाओं पर कालिदास के प्रकाश में अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे।

डॉ.गंधे ने बताया कि सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के समन्वय से अन्तर विश्वविद्यालयीन संस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिता, अन्तर महाविद्यालयीन कालिदास काव्यपाठ प्रतियोगिता एवं अन्तर महाविद्यालयीन हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा।

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(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

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