
देहरादून, 15 अगस्त (Udaipur Kiran) । विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधानभवन परिसर में ध्वजारोहण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी का यह पर्व हमें अपने कर्तव्यों, मूल्यों और देशहित में योगदान देने की प्रेरणा देता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व आंदोलनकारियों के अदम्य साहस, बलिदान और राष्ट्रप्रेम को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन व धराली आपदा में हुए जनहानि और क्षति पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
उन्होंने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के विरुद्ध भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति और सैन्य सामर्थ्य का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज भारत वैश्विक मंच पर मजबूती से खड़ा है, आत्मनिर्भरता, राष्ट्रीय सुरक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
इस अवसर पर उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को हाल ही में संपन्न निसार उपग्रह प्रक्षेपण की ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी और कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की यह प्रगति विश्व में हमारे वैज्ञानिक कौशल और शोध क्षमता का प्रमाण है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि एकजुट होकर “विकसित भारत @ 2047” के लक्ष्य की ओर बढ़ना है और उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है। प्रधानमंत्री का उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव राज्य के लिए गर्व का विषय है। चारधाम परियोजना, ऑल वेदर रोड, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा और पहाड़ी क्षेत्रों के सतत विकास के लिए प्रधानमंत्री की ओर से दी गई प्राथमिकता ने उत्तराखंड के विकास को नई गति प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से उत्तराखंड तीव्र गति से विकास पथ पर अग्रसर है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार, स्टार्टअप रैंकिंग में प्रगति, पर्वतमाला परियोजना, मानसखंड मंदिर माला योजना और ऑल वेदर रोड जैसी आधारभूत संरचना परियोजनाएं उत्तराखंड की आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यटन क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जा रही हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने हाल ही में विधानसभा में स्थापित अंतरराष्ट्रीय संसदीय अध्ययन, शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान का भी उल्लेख करते हुए कहा कि नीति निर्माण और शोध को नई दिशा देगा।———————
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
