
नालंदा, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।नालंदा जिले में पहले चरण के विधानसभा चुनाव कोलेकर राजनीतिक सरगर्मी चरम पर पहुंच चुकी है।
आगामी 6 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले सभी प्रत्याशी और उनके समर्थक घर-घर जा कर वोट की अपील कर रहे हैं। लेकिन शुक्रवार को नालंदा की राजनीति में दो घटनाओं ने बड़ा मोड़ ला दिया है जब जनता ने जनसंपर्क के दौरान सत्तारूढ़ दल के नेताओं का विरोध कर दिया।
पहली घटना राजगीर विधानसभा क्षेत्र की है, जहां जदयू प्रत्याशी और मौजूदा विधायक कौशल किशोर को पोखरपुर गांव में जनसंपर्क के दौरान ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा । जैसे ही विधायक ने लोगों से समर्थन की अपील की ग्रामीणों ने बुड़बक विधायक वापस जाओ” जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए। कुछ लोगों ने व्यंग्य करते हुए कार्यकर्ताओं पर भी तंज कसा ।
हालांकि , इस बीच कुछ ग्रामीणों ने “नीतीशकुमार जिंदाबाद” के नारे भी लगाए, लेकिन माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया ।ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक ने अपनेकार्यकाल में क्षेत्र के विकास पर ध्यान नहीं दिया ।
दूसरी घटना नालंदा विधानसभा क्षेत्र के प्रहलाद नगर गांव की है, जहां जदयू प्रत्याशी श्रवण कुमार के समर्थन में निकले पूर्व एमएलसी राजू यादव को भी विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने कांग्रेस प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया के समर्थन में “छोटे मुखिया जिंदाबाद” और जदयू मुर्दाबाद” के नारे लगाए।इन घटनाओं ने साफ कर दिया है कि इसबार नालंदा जिले में मुकाबला कड़ा होनेवाला है और जनता का मूड सत्ता रूढ़ गठबंधन के लिए चुनौती बनता दिख रहा है।
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(Udaipur Kiran) / प्रमोद पांडे