Chhattisgarh

किसानों की सुविधा के लिए धान खरीद केंद्रों में हो बेहतर व्यवस्था : कलेक्टर

धान खरीदी केंद्र भटगांव का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर अबिनाश मिश्रा।

धमतरी, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने गुरुवार शाम जिले के धान खरीद केंद्र भटगांव एवं सोरम का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन प्रारंभ होने से पूर्व की गई तैयारियों का विस्तृत अवलोकन किया। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पीयूष तिवारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने केंद्रों में पंजीकृत किसानों की संख्या, उपलब्ध बारदाने की स्थिति और अनुमानित धान खरीद की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि केंद्रों में किसानों के लिए पेयजल, शौचालय, बिजली, नमी मापक यंत्र, कंप्यूटर ऑपरेटर जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं पहले से सुनिश्चित की जाएं, ताकि टोकन कटवाने या धान विक्रय में किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। अधिकारियों ने जानकारी दी कि मंडी बोर्ड द्वारा धान भंडारण के लिए चबूतरे का निर्माण पूरा कर लिया गया है तथा पर्याप्त मात्रा में बारदाने की व्यवस्था भी हो चुकी है। कलेक्टर मिश्रा ने संभावित समस्याओं की जानकारी लेते हुए अधिकारियों से कहा कि खरीदी प्रक्रिया के दौरान किसानों को किसी भी स्थिति में कठिनाई न हो। साथ ही उन्होंने ‘टोकन तुहर दुआर’ ऐप के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए, ताकि किसान घर बैठे ही टोकन प्राप्त कर सकें और धान विक्रय प्रक्रिया को सुगम बना सकें।

15 नवंबर से शुरू होगी धान खरीद

खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीद की प्रक्रिया 15 नवंबर से प्रारंभ होने जा रही है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 15 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीद की घोषणा के साथ ही प्रशासनिक तैयारियां भी अंतिम चरण में हैं। जिले में लगभग 100 खरीद केंद्र बनाए गए हैं, जहां पंजीकृत किसानों से धान की खरीद की जाएगी। जानकारी के अनुसार विभाग ने टोकन वितरण की श्रेणियां तय कर दी हैं। सीमांत कृषक (दो एकड़ तक) को अधिकतम एक टोकन, लघु कृषक (दो से 10 एकड़) को अधिकतम दो टोकन तथा दीर्घ कृषक (10 एकड़ से अधिक) को अधिकतम तीन टोकन जारी किए जाएंगे। नया टोकन रविवार से शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक बनाया जा सकेगा। प्रत्येक ग्राम के लिए टोकन की मात्रा क्विंटल में दर्ज की जाएगी। टोकन जारी करने के लिए किसान का आधार सत्यापन और बैंक शाखा की पुष्टि अनिवार्य होगी। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन किसानों का बैंक विवरण सत्यापित नहीं होगा, उन्हें टोकन जारी नहीं किया जा सकेगा। इस बार खरीदी व्यवस्था को और पारदर्शी व सुचारू बनाने के लिए डिजिटल प्रक्रिया को मजबूत किया गया है।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा